JAIPUR DESIGN SHOW
Jaipur Design Show - Innovative Installations

– विभिन्न लोक संस्कृतियां होंगी साकार, देश-विदेश के करीब 700 कलाकर होंगे शामिल

जयपुर। जवाहर कला केंद्र में शुक्रवार से देशभर में लोकप्रिय कार्यक्रम ’लोकरंग’ तीन साल के अंतराल के बाद नए कलेवर के साथ शुरू होगा। उद्घाटन समारोह केंद्र परिसर में शाम 7 बजे प्रदेश के शिक्षा एवं पर्यटन राज्यमन्त्री गोविंद सिंह डोटासरा और जयपुर सिटीजन फोरम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा के सान्निध्य में होगा। जेकेके के अतिरिक्त निदेशक (तकनीकी)  फुरकान खान ने बताया कि इस विशाल लोक कला संगम में 20 अक्टूबर तक करीब 700 कलाकार देशभर की विभिन्न लोक संस्कृतियों के रंग बिखेरेंगे। तीन वर्ष के बाद आयोजित हो रहे ‘लोकरंग‘ के पहले दिन विभिन्न प्रदेशों के लोक नृत्यों से देश के विभिन्न क्षेत्रों की लोक संस्कृति साकार होगी। साथ ही, विशेष प्रस्तुतियां भी कला रसिकों के आकर्षण का केंद्र होंगी।

लोक नृत्य-

श्री खान ने बताया कि शुक्रवार को शुभारंभ विशेष प्रस्तुतियों के अंतर्गत पश्चिम बंगाल का नटुआ, गुजरात का राठवा, शेखावाटी का डेरु और हिमाचल प्रदेश का सिरमौरी नाटी नृत्य की प्रस्तुति से लोक कलाकार अपने क्षेत्रों की लोक संस्कृति साकार करेंगे। इसी तरह जम्मू-कश्मीर के रौफ और हरियाणा के घूमर की प्रस्तुतियां भी रिझाएंगी। साथ ही, राजस्थान के लोक नृत्य तेरहताल और भवाई भी प्रदेश की संस्कृति के रंगबिखेरेंगे। तो, मथुरा के लोक कलाकारों का उत्तर प्रदेश का मयूर नृत्य भी कला प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करेगा।

विशेष प्रस्तुतियां-

लोकरंग के पहले दिन शुकवार को विशेष प्रस्तुतियों में ’भजन’ के अंतर्गत बाल कलाकार वायलिन परगांधी जी के प्रिय भजन पेश करेंगे। इसी तरह, ’लोकवृंद’ में लंगा और मांगणियार कलाकारों की गायन-वादन की सिम्फनी यानी स्वरसंगति की कला प्रेमियों के लिएअनूठी प्रस्तुति होगी ।

प्रदर्शनियां और कार्यशालाएं-

इस बार ’लोकरंग’ में रंग-लोक, जैपर-राजस्थान की समसामयिक चाक्षुष कला, पुनर्भव और मैनटू महात्मा प्रदर्शनियां शुक्रवार को शुरू होंगी। जो रोजाना सुबह 11 से सायं 7 बजे तक आकर्षण का केंद्र बनेंगी। इसके साथ ही शुक्रवार से शिल्पग्राम में फडपेंटिंग्स, पेपर मैकिंग, किशनगढ़ चित्र शैली, और टेराकोटा पोट्स पर कार्यशालाएं युवाओं सहित सभी संभागियों के लिए बहुपयोगी सिद्ध होंगी।

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