जयपुर। कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता व ओलंपियन एथलीट कृष्णा पूनिया ने खेल के मैदान में तो अपनी खेल प्रतिभा और साहसिक खेल से देश-प्रदेश का तो नाम रोशन किया है। वहीं राजनीति में उतरी पूनिया के खेल मैदान के इतर भी बहादुरी के किस्से सामने आए हैं। पूनिया ने लड़कियों से छेडछाड कर रहे बदमाशों को ना केवल रोका, बल्कि एक बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया। पूनिया की इस बहादुरी की पूरे सूबे में चर्चा हो रही है। ग्रामीणों ने भी कृष्णा की इस बहादुरी को सलाम करते हुए कहा कि उसने बदमाशों को अच्छा सबक सिखाया और लड़कियों को भी इससे कुछ सिखना चाहिए। बदमाशों की करतूतों को विरोध करना चाहिए। हाल ही कृष्णा पूनिया ने चुरू जिले के राजगढ़ में अपनी कार से जा रही थीं कि एक रेलवे क्रॉसिंग के पास बाइक सवार तीन लड़के वहां से पैदल जा रही लड़कियों को परेशान कर रहे थे और फब्तियां कस रहे थे। कृष्णा पूनिया ने इन लड़कों का पीछा किया और इसमें से एक को पुलिस के हवाले कर दिया। कृष्णा पूनिया के पति और ट्रेनर वीरेंद्र पूनिया के मुताबिक पिलानी रेलवे फ ाटक बंद के पास यह वाकया हुआ था। फाटक बंद होने से कार रुकी तो कृष्णा पूनिया ने दो डरी-सहमी लड़कियों को देखा, जिन्हें बाइक सवार लड़के परेशान कर रहे थे। कई लोग ओर भी थे, लेकिन किसी ने भी लड़कों को रोका-टोका नहींं। यह देख कृष्णा कार से उतरी और लड़कियों से बात की तो वे बदमाशों की हरकतों को बयां करते हुए रोने लगी। कृष्णा तुरंत ही बदमाशों की तरफ दौड़ी। वह उन तक पहुंची तो दो बदमाश तो पैदल भाग गए, लेकिन एक को पकड़ लिया। यह देख वहां लोग भी आ गए और बदमाश को पुलिस के हवाले कर दिया। लड़कियों को उनके घर पहुंचाया गया। पुलिस भाग बदमाशों को पकड़ रही है। कृष्णा की इस बहादुरी की क्षेत्र में काफी प्रशंसा हो रही है। खेल के मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देकर अपना व देश का नाम रोशन किया है, वहीं असल जिंदगी में बहादुरी दिखाकर समाज को बड़ा संदेश दिया है।

LEAVE A REPLY