मध्यप्रदेश. मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने पूरे देश से किसानों और  किसान संगठनों का एक प्रतिनिधि मंडल कल सुबह मंदसौर पहुंचेगा। किसानों और किसान नेताओं ने शहीद किसानों के परिवारों के प्रति सामूहिक रूप से दुःख और संवेदना व्यक्त की है। सभी संगठनों ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति पूरी तरह सहयोग की प्रतिबद्धता जाहिर की है।

प्रतिनिधिमंडल ने उन सभी किसान परिवारों को  पूर्ण सहयोग और समर्थन का आश्वासन दिया जो कि अपनी वैध माँगो को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।ज्ञात हो कि यह आंदोलन उन मांगों को लेकर किया जा रहा है जिनको पूरा करने का वादा बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारें 2014 में ही कर चुकी हैं। प्रतिनिधिमंडल ने देश भर के सभी किसानों का आह्वाहन किया कि, वो एक साथ आएं और शान्तिपूर्ण तरीके से किसानों के कर्जमुक्त जीवन के लिए और किसानों को उनके कृषि उत्पादों के लिए लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए आंदोलनों की शुरूआत करें। ऐसा इसलिए करना होगा जिससे कि किसानों की आत्महत्या के दुःखद इतिहास की पुनरावृत्ति ना हो। किसानों की आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण कृषि नीतियों का गलत तरीके से निर्धारण रहा है। इस प्रतिनिधि मंडल में मेधापाटेकर – नेशनल अलाएंस ऑफ पीपुल मूवमेंट, स्वामी अग्निवेश – बंधुआ मुक्ति मोर्चा, वीएम सिंह – राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन,डॉ-सुनीलम – मध्यप्रदेश किसान संघर्ष समिति,योगेंद्र यादव – जय किसान आंदोलन,अविक साहा- जय किसान आंदोलन,के. बालाकृष्णन – स्वराज अभियान,सोमनाथ तिवारी – स्वराज अभियान प्रतिनिधि शामिल होंगे. प्रतिनिधि मंडल 11 जून को सुबह 10 बजे रतलाम में एक सभा करेगा और प्रेस से वार्तालाप करेगा। उसके बाद शहीद किसान परिवारों के गाँवों की ओर मंदसौर के लिए प्रस्थान करेगा। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल 11 और 12 जून को  किसानों और किसान संगठनों के साथ सभाएं करेगा।

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