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जयपुर। भरतपुर जिले के उपखण्ड भुसावर की ग्राम पंचायत सरसैना निवासी राजाराम के परिवार में तीन बच्चों में से सबसे छोटा पुत्र रोहित जन्म से ही कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित था। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति एवं हालात नाजुक होने के कारण उसका उपचार सही तरीके से नहीं करवा पा रहे थे।
राजाराम ने बताया कि उन्होंने अपने पुत्र को आंगनवाडी केन्द्र पर ले जाकर भर्ती कराया इसके पश्चात् केन्द्र पर एक दिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम आयी और केन्द्र के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की। रोहित की स्वास्थ्य जांच में पता चला कि उसके दिल में छेद है। यह सुनकर उसके परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसक गयी।
उन्हें इस बात की चिंता सताने लगी कि अब वह इसके इलाज के लिए इतने रुपये कहां से लायेंगे। आंगनवाडी कार्यकर्ता ने उन्हें यह बताया गया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इसका इलाज निःशुल्क किया जाएगा और रोहित को उपचार के लिए राजकीय बाबू राजबहादुर मैमोरियल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहां पर डॉक्टरों की टीम द्वारा रोहित की जांच की गई तथा उसे जयपुर के नारायण हृदयालय में रैफर कर दिया गया। इस दौरान भरतपुर की टीम ने हमें पूर्ण सहयोग किया। जयपुर के नारायण हृदयालय में रोहित का सफल ऑपरेशन हुआ। अब रोहित पूर्णत स्वस्थ है और इसी के साथ उसको नयीं जिन्दगी मिली है। राजाराम ने राज्य सरकार का तहेदिल से आभार व्यक्त किया और कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से ही मेरे पुत्र रोहित को नई जिन्दगी मिल पायी है।

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