नई दिल्ली। छठ महापर्व करने वाले व्रती खरना शनिवार को करेंगे। नहाय खाय के बाद व्रती खरना तक उपवास करेंगे। शानिवार शाम को खरना में गुड़ की खीर, पूड़ी का प्रसाद ग्रहण करेंगे। इसके बाद व्रती की कठोर साधना शुरू होगी। निर्जल व्रत के साथ रविवार को अस्ताचल गामी सूर्य एवं सोमवार को उदय होते सूर्य को दूध का अघ्र्य दिया जा जाएगा।
आस्था और सहनशक्ति की परीक्षा का पर्व छठ शुक्रवार से शुरू हो गया। व्रतियों में सुबह से पर्व को लेकर उत्साह रहा। पूर्व के लिए व्रती के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी साफ सफाई और खरीदारी में व्यस्त रहे। नहाय खाय में व्रतियों ने दैनिक दिनचर्या से निबटने के बाद पूजा अर्चना कर भोजन में लौकी, चावल, चने की दाल भोजन में ग्रहण की। शनिवार को खरना के साथ निर्जल व्रत प्रारंभ होगा। छठ यात्रियों की उमड़ी भीड़ को देखते हुए नई दिल्ली से दो स्पेशल ट्रेन चलाई गई हैं।

पुत्र कामना के लिए होता है व्रत

पुत्र व उसके दीर्घायु होने की कामना के लिए यह व्रत रखा जाता है। इसे महिला व पुरुष दोनों करते हैं। व्रत के दौरान पूरी तरह से सात्विक भोजन किया जाता है। साफ सफाई व शुद्धता का विशेष ध्यान रखना होता है। व्रत में प्रसाद के लिए ठेकुआ पकवान बनाया जाता है। इस व्रत को सीता व द्रौपदी ने भी किया था।

छठ पूजा के लिए सामग्री खरीदने वालों की रही गहमागहमी

छठ पूजा की सामग्री के लिए मुख्यरूप से तुगलपुर में बाजार लगता है। शुक्रवार को बाजार में खरीदारों की गहमागहमी रही। महिलाएं परिवार के संग पूजन सामग्री की खरीदारी करने पहुंची। महंगाई को लेकर मोलभाव भी जमकर हुआ। आमतौर पर पांच से दस रुपये प्रति की दर से मिलने वाला गन्ना तीस रुपये प्रति तक में बिका। अनानास भी तीस से 35 रुपये प्रति तक बिका, शरीफा तीस से चालीस रुपये प्रति नग तक और टोकरी डेढ़ सौ रुपये तक में बिकी। शनिवार को पूजन सामग्री की बड़े स्तर पर खरीदारी होगी। इससे पूजन सामग्री के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है।

प्रशासन ने जिम्मेदारी के नाम पर की खानापूर्ति
छठ पूजा के लिए घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। लेकिन प्रशासन ने पुलिस व प्राधिकरण को जरूरी इंतजाम के पत्र लिखा है। घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस कर्मियों को तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।

घाट पर व्यवस्था चाक चौबंद करने में जुटी आयोजन समितियां

घाट पर साफ सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। तालाब में पानी भरने का काम शेष रह गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए घाट के आस पास रोशनी की व्यवस्था, चूना आदि डालने का काम शुक्रवार को भी किया गया, ताकि सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पर व अगले दिन सुबह को अघ्र्य देने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।

प्राधिकरण की पहल पर शुरू हुई थी शहर में छठ पूजा का आयोजन

ग्रेटर नोएडा में रहने वाले बिहार एवं पूर्वांचल के लोगों ने प्राधिकरण ने छठ पूजा के आयोजन के लिए स्थल की मांग की थी। प्राधिकरण ने पहल करते हुए नवादा गांव के समीप तालाब में पूजा करने की अनुमति दी थी। लेकिन वहां गंदगी व अव्यवस्था के चलते अगले वर्ष पूजा नहीं हुई।

लोगों की मांग पर प्राधिकरण ने नॉलेज पार्क में आइईसी कॉलेज के समीप पूजा की अनुमति दी। वहां पक्का तालाब भी बनवाया गया। शहर में छठ पूजा करने वालों की संख्या लगातार बढऩे के कारण अब कई जगहों पर इसका आयोजन होता है।

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