Khadi ideology, Ashok Gehlot

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि खादी एक वस्त्र ही नहीं एक विचारधारा है। हमारी सरकार खादी को घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरकार ने खादी वस्त्रों पर छूट बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी है। इससे युवा वर्ग खादी से जुडे़गा और इसके महत्व को समझेगा।

गहलोत गांधी सप्ताह के तहत शुक्रवार को बिड़ला सभागार में खादी संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने खादी के माध्यम से पूरे देश को अंगे्रजों के खिलाफ एक सूत्र में पिरोया और ग्राम स्वराज की कल्पना को साकार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में खादी संस्थाएं अच्छा काम कर रही हैं। हमारे बुनकर भाई-बहनें साधुवाद के पात्र हैं जिन्होंने आजादी के 70 साल बाद भी खादी के महत्व को कमजोर नहीं होने दिया। आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खादी परिधानों का प्रचलन बढ़ा है। गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार खादी संस्थाओं को बढ़ावा देने के तमाम प्रयास कर रही हैं। हमने इसके लिए 10 करोड़ रुपये का रिवाल्विंग फण्ड भी दिया है ताकि इन संस्थाओं को ऋण लेने में कोई तकलीफ न आये।

गांधीवादी विचारक सुदर्शन अयंगर ने कहा कि खादी का महत्व दुनिया को समझाने के लिए हमें ‘खादी भी पहनिए से खादी ही पहनिए‘ तक का सफर तय करना होगा। उन्होंने कहा कि खादी शरीर के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी सबसे अनुकूल वस्त्र है। गांधीजी के ग्राम स्वराज का सपना तब तक तक पूरा नहीं होगा जब तक हम अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को स्थानीय स्तर पर ही पूरा नहीं करेंगे।
राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ जयपुर के अध्यक्ष रामदास शर्मा ने कहा कि खादी वस्त्रों पर दी गई 50 प्रतिशत की छूट से खादी उत्पादों के प्रति एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण हुआ है। सरकार के इस निर्णय से खादी संस्थाओं को भी मजबूती मिलेगी।

राजस्थान खादी बोर्ड के अध्यक्ष और उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुबोध अग्रवाल ने कहा कि खादी फैशन डिजाइनरों का भी सर्वाधिक पसंदीदा फेब्रिक बन गया है। संगोष्ठी में राजस्थान खादी से जुड़ी लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर कला एवं संस्कृति मंत्री बी.डी. कल्ला, शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, सूचना एवं जनसम्पर्क राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश सहित प्रदेशभर की खादी संस्थाओं से जुडे़ पदाधिकारी एवं बुनकर उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY