जयपुर। राजस्थान में सक्रिय हुआ मानसून अब लोगों के लिए आफत ही बनता जा रहा है। माउंट आबू में सोमवार को हुई बरसात ने वर्षो पुराना लगभग एक शताब्दी पूर्व का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। माउंट आबू में बीते 24 घंटों में 800 मिमी (32 इंच) यानी ढाई फीट बरसात हुई। इससे पहले भी प्रदेश में सर्वाधिक बरसात का रिकॉर्ड माउंट आबू के ही नाम था। जबकि वर्ष 1992 में यहां 26 इंच बरसात हुई थी।

इस सीजन में अब तक यहां 1100 मिमी बारिश हो चुकी है। बता दें मानसून सीजन में राजस्थान में सामान्य बारिश का आंकड़ा 530.08 मिमी है। ऐसे में बरसात के लिहाज से यह पहला अवसर है, जब एक ही दिन में समूचे सीजन की बरसात हो गई। माउंट आबू के साथ ही प्रदेश के पाली, जालौर, सिरोही, बाड़मेर व जोधपुर जिले में जमकर बरसात हुई। जिससे यहां बाढ़ के हालात पैदा हो गए तो लोगों की जान आफत में आ गई। पाली के ढोला गांव में वायु सेना के दो हेलिकॉप्टरों ने एयरलिफ्ट कर कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। ढोला गांव 8 फीट पानी में घिर गया तो एनडीआरएफ की टीमों को सक्रिय होना पड़ा।

-आकाशीय बिजली गिरी, 7 मरे
भारी बरसात के बीच आकाशीय बिजली गिरने से जनहादसे भी सामने आए। प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हुई, जबकि 8 अन्य गंभीर रुप से झुलस गए। पाली मारवाड़ में खेत में बिजली गिरने से लक्ष्मण सिंह की मौत हो गई तो उदयपुर के मोरवाल गांव पंचायत में बिजली गिरने से गणेश, बसंती और सुशीला झुलस गए। इसी तरह डग झालावाड़ में बिजली गिरने से खेत में काम कर रहे कालूराम और दशरथ सिंह की मौत हो गई। भीलवाड़ा के बिगोद में किसान गोपाल भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से काल के ग्रास में समा गया। गोपाल के साथ ही खेत पर काम कर रहे 5 अन्य लोग झुलस गए।

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