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जयपुर। जेएलएन मार्ग पर सेठ आनंदीलाल पोद्दार मूक-बधिर संस्थान में स्थित विश्व विख्यात सविता-रणजीत सिंह भंडारी डॉल्स म्यूजियम की प्राचीन गुड़ियाएं अब नए-निखरे स्वरूप में नजर आएंगी। 14 जुलाई को शाम 4 बजे से प्रारंभ होने वाले लोकार्पण समारोह में केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा सविता-रणजीत सिंह भंडारी डॉल्स म्यूजियम का फिर से आमजन के अवलोकन के लिए लोकार्पण किया जाएगा। इस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी। इस अवसर पर फाउंडेशन के संरक्षक पद्मश्री डॉ. एस.आर. मेहता, पद्मभूषण डी.आर. मेहता, पद्मश्री डॉ. गोवर्धन मेहता के अलावा फाउंडेशन के न्यासीगण अजीत सिंह, नरपत सिंह रविन्द्र, शरद, शारदा भण्डारी एवं पी.पी. पारीक विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। यशवंत कंवर रणजीत सिंह भंडारी मैमोरियल फाउंडेशन की ओर से कराए गए डॉल्स म्यूजियम के जीर्णोद्धार एवं नई विंग के निर्माण कार्य के बाद अब यहां की गुड़ियाएं अधिक आकर्षक, मनोरम और सजी-संवरी नजर आने लगी हैें ।
फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी एस.एस. भंडारी एफसी ने बताया कि सेठ आनंदीलाल मूक-बधिर संस्थान में वर्ष 1980 से सेकसरिया डॉल्स म्यूजियम बना हुआ है, जिसका निर्माण भगवानी बाई चैरिटेबल ट्रस्ट ने करवाया था। इस डॉल्स म्यूजियम में वर्तमान में देश-विदेश की करीब 300 गुड़ियाएं हैं, जो कि विश्व के कई देशों तथा भारत के विभिन्न प्रांतों से यहां लाई गई हैं।
भंडारी के अनुसार यशवंत कंवर रणजीत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से नया कक्ष बनाने के बाद अब डॉल्स म्यूजियम का क्षेत्रफल करीब 3000 स्क्वायर फीट हो गया है। डॉल्स म्यूजियम के दोनों कक्षों में नए शेल्फ, कूलिंग सिस्टम, लाइट सिस्टम, पर्यटकों के बैठने एवं सुलभ सुविधा की व्यवस्था भी की गई है। यहां की डॉल्स को मिट्टी से सुरक्षित रखने के लिए दोनों कक्षों को सेंट्रल एयरकंडीशन्ड किया गया है। पुरानी गुड़ियाओं को उनके विवरण एवं बैकग्राउंड के साथ सजाकर लोकार्पित किया जाएगा।

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