नई दिल्ली। हरियाणा के ऐसे लोग जो गाय व भैंस पालना चाहते हैं मगर उनके पास जगह नहीं है, उन्हें सरकार हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराएगी। राज्य गो सेवा आयोग ने सरकार के पास सिर्फ काउ (गाय) हॉस्टल खोलने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन सरकार ऐसे हॉस्टल में भैंस भी रखने की सुविधा उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में गाय व भैंसों के लिए पीजी हॉस्टल खोलने का सबसे अधिक फायदा शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को होगा। इन हॉस्टल में मासिक आधार पर किराया लिया जाएगा और पशुओं की तमाम तरह की जिम्मेदारी हॉस्टल मालिक की होगी। पशुओं के दूध पर मालिकों का हक होगा। इन हॉस्टल का प्रारूप क्या होगा, इन्हें सरकार खुद चलाए अथवा प्राइवेट सेक्टर के लोगों को दे, इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है।
प्रदेश सरकार जल्द ही हरियाणा को लावारिस पशु मुक्त घोषित होने की तैयारी में है। शहरों में चूंकि जगह कम होती है और आबादी वाले इलाकों में पशु अथवा डेयरी नहीं रखे जाने का प्रावधान है, इसलिए काउ हॉस्टल सरकार का बड़ा प्रयोग साबित हो सकते हैं। राज्य गोसेवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला ने नगर निगमों, परिषदों तथा हुडा के अधिकार क्षेत्र वाली जमीनों को हॉस्टल के लिए चिन्हित करने का सुझाव दिया है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि इन हॉस्टल को आयोग चला सकता है, लेकिन सरकार इस पर अभी स्पष्ट नहीं है। सरकार इन हास्टल को प्राइवेट सेक्टर को भी सौंप सकती है।