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जयपुर। भारत वाहिनी पार्टी के संस्थापक घनश्याम तिवाड़ी की बांसुरी जनताको लुभा नहीं सकी। सांगानेर में वे तीसरे स्थान पर रहे। वे जमानत भी नहीं बचा पाए। उन्हें 13,375 वोट मिले हैं जो कुल वोटों का दस प्रतिशत भी नहींहै। सांगानेर में भारतीय जनता पार्टी के अशोक लाहौटी को 91,384 कांग्रेसके पुष्पेन्द्र भारद्वाज 59,663 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे। तिवाड़ीकी बांसुरी ढंग से नहीं बज सकी। वो यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं और चौथी बार भाजपा से अलग पार्टी बना कर चुनाव लड़ रहे हैं।

चुनाव प्रचार के पहले दौर में तिवाड़ी आगे चल रहे थे। जैसे जैसे चुनावप्रचार ने गति पकड़ी वैसे वैसे तिवाड़ी पिछड़ते रहे। तिवाड़ी का लोगों सेजुड़ाव भी ढंग से नहीं हो पाया। लग रहा था कि ब्राह्मण समाज उन्हें समर्थनदेगा। संघ के पुराने कार्यकर्ता होने के नाते आरएसएस के कार्यकर्ता भीउनके साथ लग रहे थे लेकिन बाद में सब अलग होकर भाजपा के साथ जुट गए।लगातार तीन बार विधायक होने के कारण लोगों की उनके प्रति नाराजगी भी झलकरही थी क्योंकि जनता की उम्मीदें पूरी नहीं कर पाए थे। पुष्पेन्द्र भारद्वाज ने कांग्रेस के वोट तो हासिल कर लिए लेकिन उन परबाहरी होने का आरोप लगा रहा। कुछ वार्डों को छोड़ कर उनके साथ सांगानेरब्लाक कांग्रेस के कार्यकर्ता भी साथ नहीं लगे। स्थानीय नेताओं की नाराजगी पुष्पेन्द्र को भारी पड़ी।

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