नई दिल्ली| कैप्टन कूल के नाम से मशहूर एमएस धोनी अब टीम इंडिया के कप्तान नहीं हैं पर अब भी वह जीत की रणनीति बनाने से नहीं चूकते. सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश की टीम बीच के ओवरों में शानदार बल्लेबाज़ी कर रही थी. तमीम इकबाल और मुशफिकूर रहीम के बीच 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी हो गई थी और बांग्लादेश का स्कोर 300 के पार जाने की राह पर था. कप्तान कोहली की मुश्किल और बढ़ गई थी, क्योंकि टीम के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या की गेंदों पर जमकर रन बन रहे थे. तभी धोनी ने कप्तान विराट कोहली को ऐसा सुझाव दिया की बांग्लादेश खिलाड़ियो के चारों खाने चित हो गए. धोनी ने पार्ट-टाइम गेंदबाज केदार जाधव को गेंदबाज़ी करने का सुझाव विराट को दिया और विराट ने मान भी लिया. केदार ने आते ही अपना असर छोड़ा.और केदार ने तमीम इक़बाल को क्लीन बोल्ड कर दिया और विकेट के पीछे खड़े धोनी खुशी से झूम उठे. आमतौर पर मैदान में धोनी अपनी भावनाओं पर काबू मे रखते हैं. पर तमीम के आउट होने पर वह बेहद खुश नज़र आई. केदार नहीं रुक पारे, उन्होंने मुशफिकुर को भी विराट के हाथों कैच करवाया और बांग्लादेश के लक्ष्य को तोड़ दिया.
हालांकि इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी से चूक भी हुई और बांग्लादेश को पांच पेनल्टी रन मिले भारत और बांग्लादेश के खिलाफ बर्मिंघम में खेले जा रहे चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में दौरान बांग्लादेश टीम को मुफ्त में ही पांच पेनल्टी रन मिल गए. भारतीय फील्डर युवराज सिंह का थ्रो विकेटकीपर धोनी के पास चली गई| जब विकेट पर मारने की कोशिश कर रहे थे तो जमीन पर पड़े उनके ग्लव्ज से टकरा गई. इस पर अंपायर ने बांग्लादेश के पक्ष में पांच पेनल्टी रन अवार्ड किए. चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल के दौरान यह वाकया बांग्लादेश की पारी के 40वें ओवर का है. गेंदबाजी भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन कर रहे थे. ओवर की तीसरी गेंद को बांग्लादेश के मेहमुदुल्ला ने लेग साइड में खेला. गेंद बाउंड्री की ओर गई जहां से युवराज ने थ्रो फेंका. इस थ्रो को कलेक्ट कर धोनी ने विकेट पर मारने की कोशिश की लेकिन इस कोशिश में गेंद विकेट के पास गिरे उनके एक ग्लव्ज से टकरा गई. इसके कारण बांग्लादेश के खाते में पांच रन जोड़े गए. इन पांच पेनल्टी रन को मिलाकर ओवर में कुल 9 रन बने. क्रिकेट में किसी टीम के खाते में पेनल्टी रन जुड़ने की घटनाएं आमतौर पर कम ही देखी जाती हैं

LEAVE A REPLY