– दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री, वहीं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे
जयपुर. राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया है। प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा हाईकमान द्वारा तय किए गए नाम का ऐलान किया गया और उस नाम पर सभी की सहमति बन गई। नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने ही रखा। भजनलाल शर्मा संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वे प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायकों की ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे। इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। वहीं, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं। विधायक दल की बैठक के बाद भजनलाल शर्मा सहित सभी भाजपा नेता राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया है। 15 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है। 15 दिसंबर को ही भजनलाल शर्मा का जन्मदिन भी है। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। भजनलाल शर्मा को सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था। प्रदेश मुख्यालय में बैठक से पहले राजनाथ के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ है। फोटो सेशन के दौरान वसुंधरा राजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठे थे। वहीं भजनलाल शर्मा चौथी पंक्ति में बैठे थे। दीया कुमारी दूसरी पंक्ति में थीं। राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई। सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का नया मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है, हालांकि नए सीएम का नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई। भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।
-बेटे का नाम सुनकर माता-पिता भी चौंक गए
भरतपुर के राजेंद्र नगर कॉलोनी में दुकान जैसी बैठक में इक्का-दुक्का कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर टीवी देख रहे बुजुर्ग किशन स्वरूप शर्मा और गोमती देवी उस वक्त चौंक गए जब बेटे भजनलाल के नए सीएम होने की ब्रेकिंग चलने लगीं। माता-पिता को जरा भी इल्म नहीं था कि बेटा सीएम बनेगा। मां की आंखों से आंसू बहने लगे। पिता सिर्फ इतना बोल पाए- बढ़िया है, खुशी है। कुछ ही देर में राजेंद्र नगर में जमकर नारेबाजी होने लगी। कार्यकर्ता जुटते चले गए। बीजेपी का झंडा लहराने लगे। आतिशबाजी होने लगी। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई। नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (56) जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से जीते हैं। भजनलाल के पिता किशन स्वरूप नदबई के अटारी गांव में किसान रहे। वहीं पुश्तैनी मकान है, जिस पर इस वक्त ताला लगा है। भरतपुर शहर की राजेंद्र कॉलोनी में माता-पिता सुबह से टीवी के सामने थे और विधायक दल की बैठक के समाचार देख रहे थे। टीवी से ही उन्हें जानकारी मिली। भजनलाल पिता के इकलौते बेटे हैं। उनकी तीन छोटी बहनें भी हैं जिनका नाम सत्तो, गुड्‌डी और रजनी है। तीनों शादीशुदा हैं। भजनलाल की पत्नी गीता देवी दोनों बेटों बड़े आशीष और छोटे कुणाल के साथ जयपुर में जवाहर सर्किल के पास बालाजी टावर-3 के फ्लैट में रहती हैं। दोनों बेटे अविवाहित हैं। बड़ा बेटा आशीष आरएएस की तैयारी कर रहा है और छोटा कुणाल एमबीबीएस है। भजनलाल खेती और खनिज उपकरण की सप्लाई के काम से जुड़े हैं, उनका निजी व्यवसाय है। पत्नी गीता देवी पंचायत समिति सदस्य रही हैं। भजनलाल 34 साल से राजनीति में एक्टिव हैं। उन्होंने 10वीं क्लास 1984 और 12वीं क्लास 1986 में नदबई के गगवाना हाई स्कूल से की। इसके बाद बीए 1989 में एमएसजे कॉलेज भरतपुर से की। 1993 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से नॉन कॉलेजिएट स्टूडेंट के तौर पर राजनीति शास्त्र से एमए की। नदबई में ही वे एबीवीपी से जुड़ गए थे। नदबई में वे एबीवीपी के अध्यक्ष और प्रमुख रहे। फिर भरतपुर जिले के सह संयोजक व कॉलेज इकाई प्रमुख व जिला सह प्रमुख बने। 1990 में एबीवीपी के कश्मीर मार्च में 100 कार्यकर्ताओं के साथ ऊधमपुर तक मार्च किया और गिरफ्तारी दी। 1992 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जेल भी गए। 1991-92 में उन्हें बीजेपी युवा मोर्चा की जिम्मेदारी मिली। 27 साल की उम्र में वे सरपंच बने और लगातार दो बार सरपंच रहे। एक बार वे पंचायत समिति सदस्य रहे। वे नदबई भाजयुमो मंडल अध्यक्ष, जिला मंत्री, जिला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिलाध्यक्ष (तीन बार) रहे। भरतपुर में भाजपा जिला मंत्री, जिला महामंत्री, जिलाध्यक्ष बने। फिर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व वर्तमान में पार्टी के प्रदेश महामंत्री से सीएम बने।
-भजनलाल शर्मा के सीएम बनने पर तीर्थ पुरोहितों ने पुष्कर सरोवर में किया दुग्धाभिषेक
राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर भजन लाल शर्मा के बनने के बाद तीर्थ नगरी पुष्कर में खुशी की लहर छा गई और पुष्कर में लोगों ने एक दूसरे को बधाइयां देकर खुशी जाहिर की। अजमेर में भी उतर विधायक वासुदेव देवनानी को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने पर हर्ष व्याप्त हो गया। भाजपा पदाधिकारियों ने अजमेर के गांधीभवन चौराहे पर एकत्र होकर आतिशबाजी की। राजस्थान में मुुख्यमंत्री का नाम चौकाने वाला होगा ऐसी चर्चा पहले से चल रही थी। कैबिनेट में भी अजमेर से अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी और सुरेश रावत को मंत्रिमंडल में कही स्थान मिलने की भी चर्चा थी। आज जब वासुदेव देवनानी को स्पीकर के लिए चुना गया तो सभी चौंक गए। पहले अनिता भदेल का नाम उप मुख्यमंत्री के रूप में मीडिया में चलने पर भी लोग चौंक गए थे। एक दूसरे को बधाई भी देने लगे थे किन्तु कुछ ही देर में मीडिया की खबरों में संशोधन आया तो नया नाम वासुदेव देवनानी का स्पीकर के रूप में था वह भी कम चौंकाने वाला नहीं था। देवनानी इस बार जबरदस्त विरोध के बाद संघ कार्यकर्ताओं की मेहनत के बूते लगातार पांचवीं बार जीत का परचम फहरा पाए थे। संघ पृष्ठभूमि से होने तथा पूर्व भाजपा सरकार में दो बार मंत्री रहने और संगठन के पदों पर स्कूल जीवन से ही काम करते रहने के कारण उनका बहुत ही वृहद अनुभव है। इंजीनियरिंग शिक्षा प्राप्त वासुदेव देवनानी मिलनसार और कुशल सामाजिक व्यक्तित्व के माने जाते हैं। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण और लगातार चार बार से विधायक रहने के कारण जो स्वाभाविक विरोध होता है वह उनके भी साथ अजमेर में रहा है। सिंधी समुदाय से आने के कारण राजस्थान भर के सिंधी समुदाय के लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। अजमेर में सिंधी समुदाय की खुशी बेहद है। उधर, श्री तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट के तत्वाधान में तीर्थ पुरोहितों ने पवित्र सरोवर के ब्रह्म घाट पर दुग्ध अभिषेक कर महा आरती का आयोजन किया गया। ज्ञात रहे नव नियुक्त मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा 7 जुलाई 2019 को पुष्कर आगमन पर पवित्र सरोवर की ब्रह्म घाट पर पूजा अर्चना की थी उनको पूजा अर्चना पंडित सुभाष पाराशर ने करवाई थी । इस अवसर पर विमल पाराशर उर्फ बादल गोविंद पाराशर हरीभाई अरुण बाबूजी संजय पाराशर वेदनाथ पाराशर चिन्नू मिश्र राजन सहित काफी संख्या में तीर्थ पुरोहित मौजूद थे।

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