कामां। भरतपुर जिले में कामां थाना क्षेत्र के गांव विरार में पुलिस दबिश के दौरान नवजात बालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में डीएसपी दो एसएचओ सहित करीब 50 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज होगा। कामां के एसीजेएम कोर्ट ने यह आदेश पीड़ित परिवार की महिला सैरूना मेव द्वारा पेश किए गए इस्तगासे पर दिए हैं।  महिला का आरोप है कि 10 जुलाई को वह अपने नवजात बच्चे के साथ घर पर लेटी हुई थी, तभी कामां डीएसपी रायसिंह बेनीवाल, जुरहरा के तत्कालीन एसएचओ योगेंद्र सिंह, कामां एसएचओ राकेश यादव, कांस्टेबल इमरान बनै सिंह सहित 40-50 पुलिसकर्मियों ने घर का घेराव किया। इस बीच इमरान और अन्य पुलिसकर्मी जबरन घर में घुसे और मेरी खाट पर चढ़ गए। इमरान के पैर के नीचे दबने से बच्चे की मौत हो गई। कोर्ट ने मामला दर्ज कर एसपी या एएसपी स्तर के अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए।  मामले में कामां सीओ रायसिंह बेनीवाल ने कहा कि महिला के आरोप झूठे और निराधार हैं। बालक की मौत पुलिस की दबिश से पहले ही हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह बात साबित हो चुकी है।

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