नई दिल्ली। यूपी में जब से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून से खिलवाड़ करने वाले बदमाशों पर शिंकजा कसना शुरू किया है। तभी से जेलों में बंद खंूखार अपराधियों के माथे पर भी पसीना आने लगा है। अपने बुरे दिनों को जान वे खुद को शिफ्ट कराने की गुहार करने में जुट गए। वहीं सीएम योगी के तीखे तेवरों को देख जेल प्रशासन ने भी प्रदेश की जेलों में बंद दर्जनों माफियाओं, खूंखार अपराधियों को प्रदेश के दूरदराज के इलाकों स्थित जेलों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। बसपा विधायक व माफिया मुख्तार अंसारी को जहां लखनऊ जेल से बांदा जेल भेज दिया तो गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी को झांसी से कई कौस दूर पीलीभीत जेल में शिफ्ट कर दिया। जबकि अतीक अहमद को इलाहबाद से देवरिया जेल भेज दिया। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी ने विधानसभा में शपथ लेने के दौरान खुद की हत्या की आशंका जताई थी। जबकि अतीक अहमद ने एक याचिका के जरिए इलाहबाद हाइकोर्ट से शिफ्ट करने की गुहार लगाई थी। जेल प्रशासन का कहना है कि ये तीनों की अपराधी खुद को गृहनगर से दूरदराज व कम सुविधाओं वाली जेल में शिफ्ट किए जाने से गुस्से में है। इन अरोपियों से जुड़ी जेलों में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया है। अपराधियों के जेल प्रशासन से गठजोड़ को लेकर सरकार ने यूपी एसटीएफ और यूपी एटीएस को इन पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।

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