जयपुर । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राजधानी जयपुर में नगर निगम के भ्रष्ट आचरण और अकर्मण्यता के कारण देशी और विदेशी कोई भी सुरक्षित नहीं हैं। राजधानी जयपुर स्मार्ट सिटी तो नहीं बन पाई, लेकिन सड़कों पर खडडों से रोज दुर्घटना में हो रही मौतों से और हाल ही में अर्जेन्टीना के एक विदेशी पर्यटक की आवारा पशु द्वारा मारने से हुई मौत से जयपुर का आम नागरिक डरा और सहमा हुआ है। इन सबके बावजूद जयपुर नगर निगम के मेयर, आयुक्त, सभी अधिकारी और सरकार में बैठे मंत्री अभी तक अपनी गलतियों को छुपाने के लिये आंकडों और दावों में उलझे हुये हैं। अर्जेन्टीना के विदेशी पर्यटक की मौत के लिये राज्य सरकार, नगर निगम प्रशासन, मेयर, आयुक्त व मंत्री जिम्मेदार हैं। आवारा पशुओं को पकडने के लिये कागजों में करोड़ों के टेण्डर किये जाते हैं लेकिन यह सब टेण्डर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं। नगर निगम जयपुर भ्रष्टाचार का अडडा बनकर रह गया है। खाचरियावास ने कहा कि पिछले छ: माह से नगर निगम की बिल्डिंग को चमकाने में मेयर सहित सभी अफसरों के आॅफिसों को सुसज्जित करने में करोड़ों रुपए बेवजह खर्च किये जा रहे हैं जबकि सड़कों पर खडडो से लोगों की रोज मौते हो रही हैं।

खाचरियावास ने कहा कि विदशी पर्यटक की मौत से सबक लेकर सुधार करने की बजाय राज्य सरकार और नगर निगम प्रशासन सिर्फ छोटे अधिकारियों को सस्पेंड करके इस दुर्घटना से बच नहीं सकते, सिर्फ छोटे अधिकारियों पर जिम्मेदारी डालने से जयपुर नगर निगम सुधरने वाला नहीं है। इस वक्त जरूरत है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर्यटक की मौत से सबक लेकर लोगों की सुरक्षा के लिये विशेष प्रावधान करने के साथ जयपुर की जनता से राजधानी के बिगडे हालातों के लिये माफी मांगे, क्योंकि पिछले दो वर्षों में सड़कों के खडडों के कारण जयपुर में सैकडों मौते हो चुकी है। अभी हाल ही में चांदपोल रोड पर अपनी पति के साथ जा रही महिला की खडडे में गिरकर मौत हो गई थी। इसके बावजूद वो सड़क और खडडे दो माह बाद भी निगम और राज्य सरकार द्वारा नहीं भरे गये हैं। आष्चर्य है कि जयपुर में आम आदमी की सुनने वाला, उसके दर्द को समझने वाला सरकार में कोई दरवाजा नहीं है। नगर निगम, जेडीए सिर्फ चैथ वसूली और भ्रष्टाचार में लगे हुये है और जयपुर के मंत्री, विधायक और प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी को जनता से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे में जयपुर के हालात दिन-प्रतिदिन बिगडते जा रहे हैं। खाचरियावास ने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा उठाने के नाम पर नियम कानून कायदों को ताक पर रखकर नगर निगम ने बीवीजी कंपनी को कचरा उठाने का ठेका दे दिया, कंपनी को करोड़ों रुपए का भुगतान कर दिया गया, लेकिन आज तक जयपुर में डोर टू डोर कचरा उठना षुरू नहीं हो पाया। करोडों रूपयोंं का घोटाल सरेआम कचरा उठाने के नाम पर किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने एसीडी और लोकायुक्त में शिकायत कर दी, उसके बावजूद भ्रष्टाचारियों के हौंसल इतने बुलन्द है कि जिन वार्डों में कचरा नहीं उठ रहा है उनका रूपया भी बीवीजी कंपनी को भुगतान कर दिया गया। कंपनी को 1300 टन कचरे की बजाय 2000 टन का भुगतान किया जा रहा है, जिसमें 700 टन बढ़ाकर भुगतान किया जा रहा है। सीधे-सीधे हर वर्ष बीवीजी कंपनी 24.60 करोड़ रुपए दूसरी उन कंपनियों से घर बैठे रुपए प्राप्त कर लेगी, जिनको उसने यह ठेका सबलेट किया है। यह जयपुर की जनता द्वारा अपनी खून-पसीने की कमाई में से निगम को जो टैक्स दिया जा रहा है उसका दुरूपयोग है। खाचरियावास ने कहा कि नगर निगम का भ्रष्टाचार अब आम आदमी की सहन शक्ति से बाहर हो चुका है, कांग्रेस पार्टी नगर निगम द्वारा जो भ्रष्टाचार किया जा रहा है इन सबकी जांच कांग्रेस के शासन में करायेगी और सच्चाई जनता के सामने लेकर आयेगी।

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