नए साल के आगमन और बीते साल की विदाई में कुछ घंटे बचे हैं। देश-दुनिया नए साल के स्वागत-अभिनंदन को आतुर है। कोरोना की तीसरी लहर के बावजूद लोगों में नववर्ष मनाने का खासा उत्साह है। होटल-रिसॉर्ट, क्लबों व फार्म हाउसों में रंगारंग आयोजन होंगे। घर-परिवार में भी जश्न मनाएं जाएंगे। हालांकि नववर्ष से पहले भारत में कोरोना ने फिर से दस्तक देनी शुरु कर दी है। महाराष्ट्र, केरल में तो कभी कोरोना खत्म नहीं हुआ, जैसे राजस्थान समेत अन्य राज्यों में हुआ था। दोनों राज्यों में कभी कम तो कभी ज्यादा कोरोना केस आते रहे। लेकिन आज तो गजब हो गया।

महाराष्ट्र में दो हजार केस आए एक दिन में। जयपुर में भी पौने दो सौ से अधिक केस कोरोना के आए है। भारत ही नहीं विदेशों में भी यह महामारी फिर से उठने लगी है। फ्रांस में एक ही दिन में दो लाख से अधिक केस सामने आ चुके हैं। गत तीन दिन से जयपुर समेत राज्य के अन्य जिलों में केस तेजी से बढ़ रहे हैं। बढ़ते केसों के चलते ही महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे राज्यों में होटलों में जश्न कार्यक्रम पर रोक लगा दी। राजस्थान सरकार ने भी एक जनवरी से सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। कोरोना गाइड लाइन के दिशा-निर्देश सख्ती से पालना करने को कहा है। रात्रिकालीन कफ्र्यू फिर से लागू होगा। साथ ही विवाह समारोह में दो सौ लोगों की सीमा तय कर दी है।

जल्द ही इसे कम किया जाएगा। जिस तेजी से केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए नववर्ष के जश्न जो होटल, रिसॉर्ट, क्लबों में हो रहे हैं, उनमें जाने से बचें। क्योंकि जश्न के मौके पर ना तो कोई कोरोना गाइड लाइन की पालना करेगा और ना ही मास्क, दो गज की दूरी पर किसी का ध्यान होगा। ऐसे माहौल में कोरोना केस बढ़ सकते हैं और जो स्वस्थ है, वे भी चपेट में आ सकते हैं। सरकार ने 31 दिसम्बर की रात तक होटलों में जश्न की छुट्टी दे रखी है, लेकिन इसके बाद दो सौ लोगों के आयोजनों के लिए अनुमति लेनी होगी। सरकार को ओर भी सख्ती दिखानी होगी, तभी कोरोना पर काबू पाया जा सकता है। जनता को भी चाहिए कि कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे को देखते हुए होटलों, क्लबों में जश्न मनाने से बचें। घर में ही रहकर जश्न मनाए। इसी में परिवार की भलाई है और देश व समाज की भी।

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