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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फादर ऑफ नेशन कहना, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान
कांग्रेस नेता सुरेश मिश्रा ने नरेन्द्र मोदी को भेजा नोटिस, कहा प्रधानमंत्री करें खंडन 

जयपुर। कांग्रेस नेता एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव पंडित सुरेश मिश्रा ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक व्यक्तिगत नोटिस भेजकर कहा है कि मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अंध-भक्त हूं और अमेरिका के राष्ट्रपिता डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आपको फादर ऑफ नेशन ‘‘राष्ट्रपिता’’ कहने से बडा विचलित हूं।
आपसे आग्रह करता हूं कि जब पूरा विश्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर विभिन्न आयोजन कर रहा है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फादर ऑफ नेशन मोदी को कहना सरासर गलत है।

मिश्रा ने अपने द्वारा दिये गये व्यक्तिगत नोटिस में कहा है कि आपकी अमेरिका यात्रा में अमेरिका के राष्ट्रपिता डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आपको ‘‘फादर ऑफ नेशन राष्ट्रपिता’’ कहा गया। जैसा कि आपको ज्ञात है कि देश के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी देश की आजादी के सूत्रधार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती समारोह आगामी 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाला है। इस समारोह को पुरा विश्व, महात्मा गांधी के अनुयायी और पुरे विश्व में शांति चाहने वाले लोग धूमधाम से आयोजित कर रहे है। यह समारोह ना केवल हमारे देश में वरन पुरे विश्व में आयोजित हो रहें है। ऐसे समय में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जगह आपको राश्ट्रपिता कहना अगौरवपूर्ण, अषोभनीय लगता है। जब पूरे विश्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्वांत पर चलने की बात चल रही है और आप स्वंय भी अपने भाषणों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सम्मान व उनके बताये हुये रास्ते पर चलने की बात कहते है। ऐसे में क्या यह डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान नहीं है।

हम सब देषवासी आपका सम्मान करते है आप देश के सर्वोच्च पद पर है और आप स्वंय अपने आपको देश का प्रधान सेवक कहते है, एसे में क्या आप डोनाल्ड ट्रंप की बात से सहमत है और अपने आपको राष्ट्रपिता मानते है।
जैसा कि आपको जानकारी है कि गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोरजी ने 12 अप्रेल 1919 को गांधीजी को महात्मा कहकर सम्बोधित किया था और 6 जुलाई 1944 को सिंगापुर रेडियो से सम्बोधन देते हुये नेताजी सुभाश चन्द्र बोसजी ने पहली बार बापू को राष्ट्रपिता कहा। उन्होने कहा था कि भारत की मुक्ति के लिये इस पवित्र युद्व में हमारे राष्ट्रपिता हम आपका आषीर्वाद और शुभकामना मांगते है।
इसके बाद 28 अप्रेल 1947 को एक कॉंफ्रेस में सरोजनी नायडू जी ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित किया। गांधीजी के देहांत के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरूजी ने रेडियो पर दिये गये अपने संदेष में कहा था कि राष्ट्रपिता नहीं रहे। क्या ये सब देष के महानायकों ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता बताया वह गलत था या डोनाल्ड ट्रंप गलत है।

मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अंधभक्त हूं और जब ये डोनाल्ड ट्रंप ने कहा तब से मन से विचलित हूं।
आपसे आग्रह है करता हूं कि आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर डोनाल्ड ट्रंप की इस बात का खंडन करें कि आप राश्ट्रपिता है। ये देश हित में और आप जैसे सर्वोच्च पद पर बैठे हुये व्यक्ति द्वारा इसका खंडन नहीं होता है तो यह एक गलत संदेष दे रहा है। मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजे अपने व्यक्तिगत नोटिस में अपेक्षा कि है की प्रधानमंत्री गांधी जयंती 2 अक्टूबर के पूर्व व इसका जवाब देश को देगें।

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