अलवर. शादी से महज 2 दिन पहले दूल्हे ने ससुर को फोन कर पूछा, तिलक की रस्म में क्या-क्या लेकर आ रहे हैं। जब लड़की के पिता ने कहा कि एक रुपए नारियल की बात हुई थी, तो दूल्हा बोला मत आना, चाहे केस-कचहरी कर लेना। ये मामला है अलवर जिला के ढहरा शाहपुर गांव कां। जहां के निवासी रामप्रताप यादव के फौजी बेटे राकेश की शादी 4 नवंबर को अलवर जिले के नीमराणा कस्बे की घीलोट निवासी मोनिका से होने वाली थी। लेकिन तिलक की रस्म के दिन लड़के पक्ष ने 11 लाख रुपए, सोने की अंगूठी और बाइक की मांग कर दी। लड़की वाले 5.51 लाख रुपए लेकर गए थे। उन्होंने लड़के व उसके पिता को मनाने की बहुत कोशिश की। लेकिन रिश्ता ठुकरा दिया गया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष सदर थाने पहुंच गया। तिलक की रस्म से पहले ही सुबह दूल्हे के फोन कर दहेज की मांग कर दी थी। सोनम के पिता अशोक कुमार अपने भाइयों और रिश्तेदारों के साथ बैठकर लग्न पत्रिका लिख रहे थे। इस दौरान राकेश ने अशोक कुमार को फोन किया और दहेज की मांग कर दी। साथ ही कहा कि डिमांड पूरी न कस सको तो मत आना, समाज में हमारी इज्जत है। जुलाई 2021 में राकेश के साथ मोनिका का रिश्ता तय हुआ था तब दहेज को लेकर लड़के पक्ष ने एक रुपए और नारियल के साथ लड़की को स्वीकार करने की बात कही थी। सगाई को 1 साल से ज्यादा वक्त बीता तो सावा खुलते ही 4 नवंबर 2022 का दिन शादी के लिए तय किया गया। लड़की वालों ने लड़के लिए 2.50 लाख रुपए की बाइक भी खरीद ली थी। लेकिन लग्न वाले दिन राकेश के एक फोन ने लड़की पक्ष को हिलाकर रख दिया। शादी के कार्ड बंट गए थे। हलवाई-टेन्ट सब कुछ बुक हो गया था। घर में रिश्तेदार आ गए थे और राकेश का ये कहना कि अब चाहे घर वाले मान जाएं, मैं नहीं मानूंगा, इस बात ने सभी को तनाव में डाल दिया। अशोक कुमार ने बड़े भाई रामवतार और रिश्तेदारों से सलाह मशवरा किया। तय हुआ कि लग्न लेकर चलेंगे। लग्न के लिए आनन-फानन में 5 लाख 51 हजार रुपए जुटाए गए। बुधवार दोपहर तक सभी लोग राकेश के घर ढहरा शाहपुर गांव पहुंच गए। लग्न कार्यक्रम में लड़की पक्ष की ओर से करीब 70 लोग शामिल हुए। सबने लालची बेटा-पिता और उसके परिवार के लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद अशोक कुमार व उनके भाई रामवतार ने सदर थाने में वर पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दी। थाना इंचार्ज अजीत सिंह ने कहा कि रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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