जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर केन्द्र सरकार में लिए गए मंत्रियों और अधिकारियों के वाहनों से लाल बत्ती हटाने के फैसले का स्वागत किया है और राजस्थान प्रदेश में भी इस निर्णय को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं कि सभी मंत्री और अधिकारी अपने वाहनों से तुरंत प्रभाव के साथ लाल बत्ती हटा लें। राजे ने केन्द्र सरकार के इस फैसले की जानकारी मिलते ही यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिचायक है और यह ‘पीपुल्स फ्रेण्डली’ सरकार के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। इससे वीआईपी संस्कृति खत्म होगी और आमजन का सरकार से लगाव बढ़ेगा।

-सीएम बनते ही राजे ने लौटा दी थी लाल बत्ती की सरकारी कार

वसुन्धरा राजे तो जब से सीएम बनी हैं लाल बत्ती लगे वाहन का इस्तेमाल नहीं कर रही। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनके लिए राजस्थान सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई लाल बत्ती की कार का उन्होंने उपयोग नहीं किया और उसे उसी दिन वापस लौटा दिया। वे तब से ही बिना लाल बत्ती की अपनी निजी कार में यात्रा करती हैं सीएम ने यह भी फैसला लिया था कि वे मुख्यमंत्री के लिए निर्धारित बड़े आवास के स्थान पर पहले से आवंटित छोटे सरकारी मकान में ही रहेंगी। उन्होंने पहले दिन से ही ट्रेफिक सिंग्नल पर आम आदमी की तरह रूकने का भी फैसला लिया। मुख्यमंत्री ने अपनी सुरक्षा बेड़े में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या भी आधी कर दी। विशेष परिस्थितियों को छोड़कर मंत्रिमण्डल के सदस्यों को एसकोर्ट सुविधा नहीं देने का भी निर्णय लिया गया।

 

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