नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में जारी किसान आंदोलन अब लगातार उग्र होता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इस आंदोलन को लेकर अब सियासत भी गर्माती जा रही है। गुरुवार को मंदसौर में राहुल गांधी किसानों से मिलने निकले, तो उधर फायरिंग के दौरान 5 किसानों की मौत को लेकर किसान भी आवेश में आ गए और एक टोल प्लाजा पर तोडफ़ोड़ कर उसे फूंक दिया। मध्यप्रदेश के मंदसौर सहित देवास, नीमच, धार, इंदौर समेत अनेक जिलों में लूटपाट, आगजनी व पथवार के मामले सामने आए।

मंदसौर स्थित एक टोल प्लाजा पर तोडफ़ोड़ के बाद वहां रुपए लूट लिए गए। बिगड़े हालात के बीच मंदसौर एसपी और कलक्टर का तबादला कर दिया गया। साथ ही उपद्रव में शामिल 62 किसानों को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार कर लिया गया।

-उदयपुर से सड़क रास्ते पहुंचेंगे मंदसौर
इधर राहुल गांधी फायरिंग में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने मंदसौर के लिए रवाना हुए, लेकिन उनके विमान को वहां लैंड करने की इजाजत नहीं दी गई। इस पर वे उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से अब वे सड़क मार्ग से ही मंदसौर के लिए रवाना हो गए। उनके साथ सांसद कमलनाथ, मोहन प्रकाश व जदयू के शरद यादव भी साथ हैं। हालांकि मंदसौर में भी उन्हें आगे जाने से रोकने के लिए प्रशासन पर कड़ा इंतजाम किया है। इसके पीछे कारण यह बताए जा रहे है कि पर्याप्त पुलिस बल मौजूद नहीं होने के कारण उन्हें आगे जाने में परेशानी आ सकती है।

-भाजपा ने राहुल को बताया ट्रैजेडी ट्रैव्लर
राहुल गांधी के किसानों के बीच जाने के मामले में भाजपा ने चुटकी ली और राहुल को ट्रैजेडी ट्रैव्लर करार दिया। भाजपा ने कांग्रेस पर हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के किए गए वादों को याद दिलाते हुए आरोप लगाया कि पीएम मोदी की सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसान इस तरह की हिसंक गतिविधियों में शामिल नहीं होते, इसके पीछे साजिश है।

-बयान से पलटी पुलिस कहा-उसकी फायरिंग में मरे किसान
एक ओर जहां पुलिस किसानों की मौत पहले जहां सीआरपीएफ की फायरिंग से होना बता रही थी। वहीं अब प्रदेश के आईजी (कानून व्यवस्था) मकरंद देवसकर ने कहा कि जांच में यह साफ हो गया है कि किसानों की मौत पुलिस फायरिंग में हुई। फायरिंग किन परिस्थतियों में इसको बता पाना मुश्किल है।

-सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
बेकाबू हो किसान आंदोलन के बीच सीएम शिवराज सिंह ने मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को एक एक करोड़ रुपए के मुआवजे व गंभीर घायलों को 5-5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की। साथ ही मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की। बता दें मध्यप्रदेश में किसान फसलों के सही दाम सहित 20 सूत्री मांगों को लेकर पिछले एक जून से आंदोलन की राह पर हैं।

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