जयपुर। उत्तरप्रदेश के तेजतर्रार और महामंत्री रहे चन्द्रशेखर मिश्रा को राजस्थान भाजपा के संगठन महामंत्री पद पर नियुक्त किया है। गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने चन्द्रशेखर मिश्रा के संगठन महामंत्री नियुक्ति के आदेश जारी किए। अगले साल के अंत में होने वाले
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान भाजपा को संगठन महामंत्री मिल गया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के युवा प्रचारक चन्द्रशेखर को संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दी है। करीब आठ साल बाद राजस्थान को संगठन महामंत्री मिला है। तब तत्कालीन प्रकाशचन्द्र ने संगठ महामंत्री पद से इस्तीफा दिया था। तब से यह पद खाली था। पार्टी की इस घोषणा से संघ निष्ठ कार्यकर्ताओं में जोश है।

इस नियुक्ति से पार्टी और सरकार के बीच समन्वय मजबूत होगा और कार्यकर्ता-नेताओं की बात को रखा जा सकेगा। वहीं कार्यकर्ताओं और नेताओं की उन शिकायतों का अब त्वरित निराकरण हो सकेगा, जो सरकार और पार्टी स्तर पर सुलझ नहीं पाती है। इस वजह से कार्यकर्ताओं में सरकार व पार्टी के प्रति गुस्सा भी है। चन्द्रशेखर पर पार्टी में अंदरखाने चल रही असंतुष्ठ गतिविधियों और पार्टी के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी जैसे नेताओं के सरकार व पार्टी के मुखर विरोध को शांत करके फिर से पार्टी के पक्ष में लाना एक चुनौती होगा, साथ ही चुनाव से पहले कैसे पार्टी बूथ स्तर पर मजबूत हो और कार्यकर्ता जी-जान से जुड़े, इसके लिए काफी काम करना होगा। पार्टी कार्यक्रमों, संगठनात्मक गतिविधियों और बूथ मैनेजमेंट भी बड़ा मुद्दा रहेगा। क्योंकि ये गतिविधियां काफी कम है और कार्यकर्ताओं की रुचि ज्यादा दिखाई नहीं दे रही है। अब चन्द्रशेखर की नियुक्ति से पार्टी व संघनिष्ठ कार्यकर्ताओं में उम्मीद बंधी है कि अब सरकार और पार्टी में कार्यकर्ताओं की सुनवाई हो सकेंगी।

यूपी में दिलाई जीत, इसलिए राजस्थान का जिम्मा
चन्द्रशेखर मिश्रा उत्तरप्रदेश भाजपा से है। वे यूपी भाजपा में महामंत्री भी रह चुके हैं। इससे पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में बतौर प्रचारक कई साल विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। कुछ साल से वे यूपी भाजपा का संगठन देख रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश माथुर, सुनील बंसल के साथ चन्द्रशेखर ने भी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले गांव-गांव पार्टी को मजबूती देने का काम किया है और प्रदेश में बहुमत से पार्टी को विजयी दिलाई। लोकसभा चुनाव में उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बूथ मैनेजमेंट संभाला था। चन्द्रशेखर को बूथ मैनेजमेंट का अच्छा अनुभव है। स्वच्छ छवि के चलते कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है और कार्यकर्ता उन्हें पसंद करते हैं। यूपी में उनके बेहतरीन कार्य को देखते हुए राजस्थान का जिम्मा सौंपा है, ताकि अगले साल दिसम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी फिर से सत्ता में काबिज हो सके। हालांकि पार्टी में जारी असंतुष्ठ गतिविधियों, कार्यकर्ताओं और नेताओं में नाराजगी जैसे कई मुद्दे उनके सामने चुनौती लिए हुए हैं, जिनसे उन्हें पार पाना होगा।

– आठ साल बाद नया महामंत्री, तब प्रकाशचन्द्र थे महामंत्री

राजस्थान भाजपा को आठ साल बाद संगठन महामंत्री मिला है। 2008 में राजस्थान में भाजपा सरकार की करारी हार के बाद पार्टी में विरोध के स्वर उठे। तब पार्टी की इस हार पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर और संगठन महामंत्री प्रकाशचन्द्र ने इस्तीफे दे दिए थे। तभी से पार्टी बिना संगठन महामंत्री के चल रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और पार्टी की बैठकों में महामंत्री की नियुक्ति की मांग उठी रही। लेकिन अब जाकर संगठन महामंत्री के तौर पर प्रकाशचन्द्र के उत्तराधिकारी के तौर पर चन्द्रशेखर को राजस्थान भेजा गया है।

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