जयपुर। जलदाय विभाग के टेण्डरों में फिर घोटाला सामने आया है। जयपुर जिले के दो बड़े प्रोजेक्ट को दिलाने के लिए अफसरों ने पुलिंग करते हुए ना केवल चहेती फर्मों व ठेकेदारों को काम दिलवाएं है, बल्कि ऊंची दरों पर ठेके छुडवाएं हैं। ठेके के लिए आवेदन करने वाली दूसरी फर्मों व ठेकेदारों को फायनेंशियल बीड में शामिल नहीं होने दिया। उन्हें एक-एक लाख रुपए दिलवाकर बीड से बाहर करवाया है और दूसरे काम दिलवाने में मदद की बात कही है। चहेती फर्मों को फायदा देने के लिए ज्यादा दरों पर प्रोजेक्ट दिलवाने का यह कृत्य एक ऑडियो में सामने आया है। यह ऑडियो जलदाय विभाग में खूब वायरल हो रहा है।
इस ऑडियो में एडिशनल चीफ इंजीनियर कार्यालय जयपुर के एक कर्मचारी की भी आवाज है, जो करोड़ों रुपयों के दो जलदाय प्रोजेक्ट में चहेती फर्मों को काम दिलवाने का जिम्मा संभाले हुए लग रहा है। साथ ही जिन फर्मों को काम नहीं मिला, उन्हें समझाइश भी कर रहा है। इसके लिए एक-एक लाख रुपए दिलवाने का झांसा दे रहा है, साथ ही भविष्य में काम दिलवाने की बात भी कह रहा है। ऑडियो में एक अन्य व्यक्ति जिसे काम नहीं मिलने से वह दुखी है। वह कुछ ठेकेदार कैलाश चौधरी,नवरतन व अन्य का नाम लेते हुए कह रहा है कि इन्हें बार-बार काम मिल रहा है। हमें काम नहीं दिया जा रहा है। अफसर इनके लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हमें काम नहीं दे रहे हैं। जलदाय विभाग के सूत्रों के मुताबिक, यह ऑडियो रेनवाल जलप्रदाय और फुलेरा जलप्रदाय योजना के ठेके कार्य से जुड़ा है, जो दो दिन पहले ही छूटे हैं। पांच-पांच करोड़ रुपए के कार्य के ये ठेके बीस फीसदी अधिक दर से छूटे जाना बताया जा रहा है। ये कार्य दो चहेती फर्मों को दिलवाएं गए हैं, जो अफसरों के पसंद के ठेकेदार हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल एसीबी ने जलदाय विभाग के ठेकों में करोड़ों रुपए की धांधली में आधा दर्जन से अधिक अफसरों को धरा था। आज भी कुछ अफसर फरार है। अब फिर टेण्डरों में पुलिंंग के इस ऑडियो से घोटाले की बू आ रही है। ऑडियो वायरल होते ही जलदाय विभाग में हडकम्प है। इस ऑडियो की वार्ता से लग रहा है कि टेण्डरों को लेकर भारी लामबंदी हुई है और चहेती फर्मों को काम दिलवाने के लिए अफसरों ने दूसरी फर्मों को साम दाम दण्ड भेद से दबाया गया है, लेकिन ऑडियो वायरल होने से अफसरों की कारगुजारी सामने आ गई, जो उनके लिए भारी पड़ सकती है।