जयपुर। आनंदपाल एनकाउंटर के बाद अब प्रदेश में तेजी से हालात बदल रहे हैं। एक ओर आज 18वें दिन भी आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। करणी सेना के सांवराद में हुंकार रैली के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह चौकस ही नजर आ रहा है।

यही वजह रही कि पहले जहां नागौर जिले में नेट सेवाओं को बंद किया गया। वहीं अब बीकानेर में भी प्रशासन ने सामाजिक सदभाव व लोक शांति के मद्देनजर जिले की संपूर्ण राजस्व सीमाओं में नेट सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया है। जिला कलक्टर बीकानेर अनिल गुप्ता की ओर से जारी आदेशों के अनुसार 12 जुलाई को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना व उसके समर्थकों द्वारा आनंदपाल एनकाउंटर को लेकर सांवराद में एकत्रित होना प्रस्तावित है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर गलत कमेंट्स व अफवाहें फैलाई जा रही है। जिससे जिले में जातीय द्वैष फैल सकता है। ऐसे में शांति व्यवस्था को ध्यान रखते हुए 11 जुलाई की शाम 5 बजे से 12 जुलाई मध्यरात्रि तक नेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया जाता है।

-सांवराद में जारी धरना
इधर आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद में राजपूत समाज का धरना जारी है। आनंदपाल का शव डी-फ्रीज में रखा हुआ है। आनंदपाल के परिजन व समाज के लोग मामले में सीबीआई जांच सहित अन्य मांगों पर अड़े है। वहीं सरकार भी अपने पक्ष पर अटल ही नजर आ रही है। यही वजह रही कि आनंदपाल के शव का 18वें दिन भी अंतिम संस्कार नहीं हो सका। जिससे स्थिति तनाव भरी ही देखने को मिल रही है।

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