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जयपुर। देश में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे लोग अब हथियारों की तस्करी जैसे संगीन अपराध भी इतने आराम से कर रहे हैं जिसकी किसी को भनक तक नहीं लग पा रही है। साथ ही उन हथियारों के फर्जी लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं। आखिर इन हथियारों की जरुरत पड़ती क्यों है, आखिर कहां काम आते हैं इतने हथियार और क्यों जरुरत है भारत जैसे शांतिप्रिय देश में इन हथियारों की। एटीएस ने ऐसा सच ढूंढ के निकाला है जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं। जी हां प्रदेश के प्रतिष्ठित लोगों के लिए जम्मू-कश्मीर से हथियार लाइसेंस बनवाने हथियारों की सप्लाई करने वाले गिरोह का सोमवार को एटीएस ने खुलासा किया है। एटीएस ने तीन हथियार तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। एटीएस की 12 टीमों ने राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में छापे मारकर जम्मू से जारी किए गए 450 अवैध हथियार लाइसेंस बरामद किए हैं। एटीएस ने अजमेर के आनासागर लिंक रोड स्थित वली मोहम्मद एंड संस के डीलर जुबेर खां को गिरफ्तार किया है। उसके पिता उस्मान की तलाश की जा रही है।

इसके अलावा पंजाब के अबोहर निवासी विशाल और नसीराबाद निवासी गणपत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। एटीएस की टीम सिरोही, अजमेर, उदयपुर सहित 8 जिलों के करीब 300 लोगों से पूछताछ कर रही है। एटीएसको चार माह पहले जानकारी मिली थी कि प्रदेश में एक गिरोह है जो हथियार बेचने, खरीदने अवैध तरीके से जम्मू कश्मीर के पते से आर्म्स लाइसेंस बनाने का काम करता है। इसके बाद एटीएस ने टीमें बनाकर पांच राज्यों में सर्च अभियान चलाया। अलग-अलग राज्यों के लोगों का आॅल इंडिया स्तर पर जम्मू-कश्मीर से हथियारों का अवैध लाइसेंस बनाने उसी लाइसेंस पर अवैध हथियार दिलाने के गोरखधंधे का राजस्थान एटीएस द्वारा पदार्फाश करने के बाद तहसील परिसर के सामने स्थित अबोहर के असला डीलर विशाल गन हाऊस के मालिक विशाल आहूजा को मुख्य भूमिका निभाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

जहां रविवार देर रात जयपुर एटीएस के एसएसपी विकास कुमार के आदेशों जिला फाजिल्का के एसएसपी केतन बलिराम पाटिल के सहयोग से हुई कार्रवाई के समय लगभग 50 पुलिस जवानों ने विशाल को पकड़ा वहीं राजस्थान पुलिस ने उसी समय जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश और राजस्थान के तीन और डीलरों को भी गिरफ्तार किया। विशाल आहूजा इस रैकेट में दूसरे नंबर पर मुख्य भूमिका निभाने का कार्य करता था, जबकि जम्मू कश्मीर में बैठा राहुल नाम का शख्स पूरे इंडिया में बैठे डीलरों को विशाल के माध्यम से लाइसेंस भिजवाता। एटीएस ने विशाल के घर से 50 के करीब लाइसेंस भी बरामद किए हैं और उसे गिरफ्तार कर जयपुर में मामला दर्ज कर लिया गया है। शुरूआती जांच में यह सामने आया है कि विशाल का भाई भी अवैध रूप से लाइसेंस बनाने का कार्य करता था, जिस कारण सीबीआई उससे पूछताछ भी कर चुकी है।
जम्मू के कई अफसर शामिल हो सकते हैं: आईपीएस विकास
आईपीएसविकास कुमार ने इस बात पर भी मुहर लगाई कि जम्मू-कश्मीर के सरकारी अधिकारियों की भूमिका भी पूरी तरह से संदेह के दायरे में है। उनके अनुसार बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर वहां से लाइसेंस बन किस प्रकार से गए। बिना अधिकारी के ये कार्य संभव नहीं है।

और अभी-अभी खबर मिली है कि बीकानेर में भी एटीएस ने फर्जी लाईसेंस को लेकर छापेमारी की है। जिसके तहत हाईवे के एक ढाबे मालिक से भी पूछताछ की गई है। यहां पर पहले भी एक व्यापारी की इस तरह के मामले में संलिप्तता रही है।

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