नई दिल्ली। चंडीगढ़ में हरियाणा भाजपा के मुखिया सुभाष बराला के पुत्र विकास बराला के द्वारा एक आईएएस अफसर की पुत्री के साथ छेडख़ानी का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। वहीं पुलिस भी अब अपने बयानों में ही उलझती नजर आ रही है।

सोमवार को जहां पुलिस ने कहा था कि उसे 9 में से 6 सीसीटीवी फुटेज गायब मिली है, वहीं देर पुलिस को आधिकारिक रुप से बयान जारी करना पड़ा कि उसे अब गायब हुई फुटेज मिल गई है। इन फुटेज में आरोपी विकास बराला एक लड़की का पीछा करते हुए नजर आ रहा है।

-डीएसपी बोले-मिल गई फुटेज
हरियाणा पुलिस के डीएसपी सतीश कुमार ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पुलिस ने सीसीटीवी फूटेज बरामद कर ली है। ये फूटेज उन रास्तों से जुड़े हैं जिन पर पीडि़ता की कार का पीछा करते हुए देखा जा सकता है। इस पूरे केस में यह एक अहम सबूत है। इधर पुलिस पर आरोपी विकास बारला पर लगी धाराओं को बदलने को लेकर अब सवाल ही उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस एक मजबूत चार्जशीट दाखिल कर सकती है। चंंडीगढ़ पुलिस के एसएसपी ईश सिंघल ने कहा कि पुलिस इस मामले में बिना दबाव के खुले दिमाग के साथ जांच कर रही है।

-आगे आई किरन बेदी, बोली-बिना जांच और पूछताछ नहीं छोडऩा चाहिए
इधर पुडुचेरी की राज्यपाल और पूर्व आईपीएस अफसर किरन बेदी मामले में आगे आई बोली इस मामले में मेरी प्रतिक्रिया पूरी तरह से मीडिया कवरेज पर आधारित है। मेरा मानना है कि आरोपी को बिना जांच किए और पूछताछ के जमानत पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए था। आरोपी पर जो आरोप लगे उनकी जांच के लिए हिरासत में लिया जाना चाहिए था। इस संवेदनशील मामले में पुलिस को एक किरदार से ज्यादा होना चाहिए था, इस मामले में तो पीछा करने और अपहरण करने की कोशिशें हुई थीं।

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