जयपुर। 24 जून की रात चूरू के मालासर में एनकाउंटर के दौरान मारे गए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर परिजनों के साथ राजपूत समाज के लोग आक्रोशित ही नजर आ रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था के मद्देनजर सांवराद गांव में कफ्र्यू की मियाद 18 जुलाई तक बढ़ा दी है। हालांकि शुक्रवार को शाम 6 से 8 बजे तक कफ्र्यू में दो घंटे की ढील गई। इस दौरान लोगों ने रोजमर्रा के सामान खरीदें। इस दौरान गांव में माहौल शांतिपूर्ण ही रहा। वहीं लोग गांव में आ जा सके। जबकि डीडवाना इलाके में इंटरनेट सेवाओं को शनिवार की रात 12 बजे तक बंद रखने का निर्णय लिया।
-बिना अनुमति हुआ दाह संस्कार
इधर आनंदपाल के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरन आनंदपाल का अंतिम संस्कार कराया है। आनंदपाल की बेटी योगिता सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस ने उसके परिजनों के साथ धक्का-मुक्की की है। बिना हमारी अनुमति के पिता आनंदपाल सिंह के शव का दाह संस्कार किया है। जो सरासर गलत है। हमारे परिवार के साथ अन्याय हुआ है। अब समाज के लोगों को साथ लेकर जो वे कहेंगे, उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा, वहीं से हमें न्याय की उम्मीद है। बता दें इससे पहले आनंदपाल की बड़ी बेटी चीनू ने भी दुबई से ऑडियो जारी कर उसके पिता का जबरन अंतिम संस्कार करने की बात कही थी।
मानवाधिकारों को हुआ उल्लंघन
आनंदपाल के वकील एपी सिंह ने कहा आनंदपाल सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान मूलभूत अधिकारों व मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन हुआ है। आरोप लगाया कि परिजनों को एक कमरे में बंद कर दिया गया तो मीडिया को गांव में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। सरकार और पुलिस बदनीयती से काम कर रही है। अपने मंत्रियों को बचाने के लिए सर कार सीबीआई जांच से कतरा रही है।
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