जयपुर। प्रसिद्ध संत रामानुजाचार्य सहाब्दि वर्ष, डॉ.भीमराव अम्बेडकर के 125वें जयंती वर्ष एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय व संघ के तृतीय सरसंघचालक बालासाहब देवरस के जन्म शताब्दी वर्ष पर विद्या भारतीय राजस्थान की ओर से इसे सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए 14 अक्टूबर से बड़ा आयोजन कर रही है। रामायण के रचियता ऋ षि वाल्मीकि जयंती के ठीक दो दिन पहले आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का महत्व और अधिक बढ गया है। 14 ले 16 अक्टूबर तक जयपुर के केशव विद्यापीठ परिसर में समरसता संगम कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसकी मुख्य बात यह है कि इसमें राजस्थान भर की सेवा बस्तियों में संचालित हो रहे संस्कारों केन्द्रों की समितियों के करीब आठ हजार कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। इसका उद्घाटन 14 अक्टूबर को सुबह ग्यारह बजे वाल्मीकि धाम उज्जैन के संतश्री बालयोगी उमेशनाथ और रेवासाधाम अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य एवं लालेश्वर महादेव मंदिर शिववाडी बीकानेर के महंत स्वामी सोमगिरी महाराज करेंगे। मुख्य वक्ता आरएसएस के सेवा प्रमुख सुहासराव हिरेमठ होंगे। कार्यक्रम में विद्या भारती के केन्द्रीय मंत्री शिवप्रसाद, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राजस्थान सामाजिक न्याय मंत्री अरूण चतुर्वेदी व सांसद रामकुमार वर्मा भी मौजूद रहेंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस संगम में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। एक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड भी होंगे। वाल्मीकि जयंती पर होने वाले संगम के समापन समारोह के मुख्य वक्ता विद्या भारती के केन्द्रीय सह-संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा होंगे।

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