जयपुर. डीजीपी राजीव शर्मा ने राजस्थान पुलिस का मुखिया बनने के बाद पहली बार जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा- राजधानी जयपुर की पुलिस पूरे प्रदेश के लिए नजीर होगी इसलिए कड़ी मेहनत से काम करने की जरूरत है। करीब 5 घंटे तक चली लंबी बैठक में डीजीपी ने जयपुर शहर में कानून व्यवस्था और अपराधों की समीक्षा की । बैठक में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ सहित अन्य आलाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में जयपुर शहर के चारों जिलों में दर्ज अपराधों का आंकड़ा और पुलिस कार्रवाई को लेकर तैयार प्रेजेंटेशन दिया गया। इस दौरान डीजीपी ने लंबित प्रकरणों को लेकर नाराजगी जताई। लंबित प्रकरणों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। डीजीपी राजीव शर्मा ने शहर में अपराधों के आंकड़ों में आई कमी को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा-अपराधों में कमी जरूर आई है लेकिन अपराधों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जयपुर में हार्डकोर और आदतन बदमाशों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो। संपत्ति संबंधी अपराधों पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शहर में महिला संबंधी अपराधों में भी कमी आई है। पुलिस की ओर से महिला सुरक्षा संबंधी विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसका प्रचार-प्रसार किया जाए और हेल्पलाइन नंबर हर महिला तक पहुंचाए जाए। शहर में यातायात के बढ़ते दबाव को लेकर डीजीपी ने सुधार के निर्देश दिए। डीजीपी ने बताया- 5 घंटे तक चली मीटिंग में एसीपी,एडिशनल डीसीपी,डीसीपी,एडिशनल पुलिस कमिश्नर,कमिश्नर के साथ मीटिंग ली। महिला सुरक्षा राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं। उस संबंध में पुलिस अधिकारियों से वार्ता की गई। जयपुर में महिला अपराध का ग्राफ गिरा है। जयपुर कमिश्नर एसी व्यवस्था करें जिससे महिलाओं और भी अधिक सुरक्षित महसूस करें, पिछले सप्ताह चले अभियान को निरंतर चलाने की आवश्यकता हैं। क्योंकि अभी भी कई जगहों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी हैं। जांच अधिकारी और नफरी की कमी पूरे राजस्थान में है। जरूरत इस बात की है कि उस कमी के बाद भी हम लोग बहतर पुलिसिंग करें। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने डीजीपी बैठक के बाद कहा कि जयपुर पुलिस जो काम करेगी, वह राजस्थान सरकार और राजस्थान पुलिस की इमेज बनाने वाला काम होगा। अगर जयपुर पुलिस अपने काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही करती है तो वह पूरे राजस्थान पुलिस पर सवाल खड़ा करेगा। जयपुर में जो भी पोस्टेड अधिकारी हैं, उन पर पर ज्यादा जिम्मेदारी है कि वह न्याय संगत काम करें,परिवादियों को अच्छी तरह से सुनकर उनकी परेशानी का जल्द से जल्द निस्तारण करने की ज्यादा जिम्मेदारी हैं। जयपुर कमिश्नरेट में जो भी पुलिस अधिकारी पोस्टेड हैं, वह डबल मेहनत करो और राजधानी को ऐसा शहर बनाये जो पूरे इंडिया का सबसे सेफ शहर बने इस के लिए प्रयास शुरू कर दो। हमारी समीक्षा के दौरान जो भी डीजीपी ने सुझाव दिये हैं,उसे लेकर हम कल से ही प्रयास शुरू करने वाले हैं। हम ने डीजीपी सर को आश्वस्त किया है कि राजस्थान पुलिस का राजस्थान सरकार की उम्मीद पर हम खडे होकर रिजल्ट दे देंगे।

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