-आरसीए अध्यक्ष पद पर तीन उम्मीदवारों में मुकाबला
जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने एक बार फिर आरसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा है। वोटों का गुणा गणित और अन्य समीकरण देखते हुए माना जा रहा है कि आरसीए अध्यक्ष पद पर वैभव गहलोत की दूसरी पारी तय मानी जा रही थी, लेकिन जोशी गुट में बगावत से अब उनकी राह आसान नहीं है। उधर, वैभव गहलोत के खिलाफ राजेंद्र सिंह नांदू गुट की ओर से भी नामांकन दाखिल किए गए। इस गुट ने सीपी जोशी गुट के खिलाफ सभी 6 पदों पर अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारा है। सबसे चौंकाने वाला रहा है सीपी जोशी गुट के गिरिराज सनाढ्य का वैभव के खिलाफ नामांकन दाखिल करना। उधर, मंगलवार को वैभव अपनी बेटी के साथ जयपुर में एसएमएस स्टेडियम स्थित एसोसिएशन के दफ्तर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने अपनी 3 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा राजस्थान में फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का आयोजन होने लगा है। जल्द ही दो नए स्टेडियम राजस्थान को मिल जाएंगे। इससे यहां के खिलाड़ियों को और बेहतर मंच उपलब्ध हो सकेगा। मुझे उम्मीद है कि सभी जिला संघ मिलकर राजस्थान के क्रिकेट को बढ़ाने में हमारा साथ देंगे। आरसीए चुनाव में राजेंद्र सिंह नांदू ग्रुप से अध्यक्ष पद पर मुकेश शाह, उपाध्यक्ष पर मुकेश शाह, कोषाध्यक्ष पर विनोद सारण, एग्जीक्यूटिव मेंबर पर अरुण सिंह, संयुक्त सचिव पर शत्रुघ्न तिवारी और सचिव पद पर आरएस नांदू ने नामांकन किया है। सीपी जोशी गुट के गिरिराज सनाढ्य ने वैभव गहलोत के खिलाफ अध्यक्ष पद पर नामांकन दाखिल किया है। बता दें कि पिछले दिनों सनाढ्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। वहीं, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की वोटर लिस्ट में भी राजसमंद से सनाढ्य को ही सचिव माना गया था। राजसमंद क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव गिरिराज सनाढ्य के नामांकन दाखिल करने के बाद वैभव गुट की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वैभव गहलोत भी राजसमंद क्रिकेट एसोसिएशन से ही कोषाध्यक्ष पद पर काबिज हैं। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी राजसमंद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। ऐसे में सीपी जोशी गुट की बगावत अब राजेंद्र सिंह गुट के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि वैभव गहलोत गुट की ओर से गिरिराज सनाढ्य का नामांकन वापस लेने के लिए मान मनुहार का दौर शुरू कर दिया गया है। बता दें कि गिरिराज सनाढ्य के पास कई जिला संघों का समर्थन है। ऐसे में उनके अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने से आरसीए चुनाव अब रोचक और त्रिकोणीय संघर्ष में तब्दील हो गया है।

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