वाशिंगटन। आतंक और आतंकी संगठनों से खासे प्रभावित सात मुस्लिम देशों के शरणार्थियों और अप्रवासियों पर प्रतिबंध लगाने के अमरीका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले को लेकर जहां अमरीका और दूसरे कई देशों में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। वहीं अमरीकी राष्ट्रपति और प्रशासन इसे कड़ाई से लागू करने में लगा हुआ है। हालांकि अमरीका की फेडरल कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रम्प के इस फैसले पर अंतरिम रोक लगाने से मामला थोड़ा पेचीदा हो गया है। फिर भी अमरीका उन राष्ट्रों पर भी प्रतिबंध लगाने का विचार कर रहा है, जो आतंकवाद और आतंकी संगठनों को पोषित कर रहे हैं। इसमें एक नाम पाकिस्तान का भी लिया जा रहा है। अमरीकी प्रशासन पाकिस्तान को भी सात मुस्लिम देशों की तर्ज पर प्रतिबंधित सूची में डालने पर गंभीर विचार कर रहा है। इसके अलावा अफ्रीका के दूसरे मुस्लिम देशों पर भी प्रतिबंध की सूची तैयार करवा रहा है, जिससे अमरीका और अमरीकी हितों को नुकसान पहुंचने की संभावना है। व्हाइट हाउस के मुख्य अधिकारी रींस प्रीबस के सीबीएस न्यूज को दिए इंटरव्यू से पाकिस्तान व दूसरे मुस्लिम देशों पर भी प्रतिबंध लगने की बात को बल मिला है। इस इंटरव्यू में बताया गया है कि पाकिस्तान पर भी प्रतिबंध लग सकता है। उन्होंने कहा था कि अब उन देशों की तरफ भी उंगली उठा सकते हैं, जहां आतंकवाद और आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहन की समस्या है। जैसे पाकिस्तान और अन्य देश। इस इंटरव्यू से इस बात को बल मिला है कि अमरीकी प्रशासन पाकिस्तान व दूसरे मुस्लिम देशों पर भी प्रतिबंध लगा सकता है, जो आतंकवादा को बढ़ावा देते हैं।

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