नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष के तमाम विरोध को दरकिनार करते हुए कहा कि नोटबंदी का फैसला वापस नहीं होगा। नोटबंदी को लेकर विपक्ष की तीखी राजनीति के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने यह सुनिश्चित कर लिया है कि वे देश की 85 फ ीसदी गरीब और आम जनता का प्रतिनिधित्व करते दिखें और विरोध करने वाले काला धन के कारोबारियों के साथ। प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों को भी भरोसा दिलाया कि गरीबों का कल्याण होकर रहेगा। संसदीय दल की बैठक में कई बार भावुक हुए प्रधानमंत्री ने जहां आगाह किया कि नोटबंदी सिर्फ शुरुआत है। काला धन के खिलाफ जंग जारी रहेगी। वहीं स्पष्ट शब्दों में कहा, मैं न तो आपके लिए आया हूं और न ही अपने लिए। मैं गरीबों के लिए आया हूं और उनका कल्याण होकर रहेगा। नए साल में नया भारत बनेगा। संसदीय दल ने प्रस्ताव पारित कर नोटबंदी के फैसले की प्रशंसा की। नोटबंदी की छाया संसद पर भी है। विपक्ष एकजुट है और बुधवार को भी संसद नहीं चलने दी। ऐसे में प्रधानमंत्री का संदेश अहम था। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के फ ायदे के बारे में सांसदों को बताया। वहीं पार्टी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की ओर से पेश प्रस्ताव को पारित कर मोदी को बधाई दी। प्रस्ताव में विपक्ष से पूछा गया कि वह काला धन वालों के साथ है या आम जनता के। वहीं मोदी ने सांसदों को यह लड़ाई नीचे जनता तक ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष विरोध कर रहा है तो करने दें। इससे न घबराएं। जनता से उन्होंने 50 दिन मांगे हैं और लाभ उन तक पहुंचेगा। 70 साल के भ्रष्टाचार से काला धन इक_ा हो रहा था। वह शुरू से संकेत देते रहे हैं कि काला धन वाले बख्शे नहीं जाएंगे। अब फैसला हुआ तो देश की जनता साथ खड़ी है। उन्होंने आगाह भी किया, मैं इसकी गारंटी नहीं देता हूं लड़ाई यहीं खत्म होगी। मोदी का संबोधन पार्टी कार्यकर्ताओं और सांसदों के लिए निर्देश था कि वह लगातार जमीन के संपर्क में रहें। पार्टी स्तर से पहले ही उन्हें कहा जा चुका है कि आम जनता को होने वाली परेशानी में साथ खड़े रहें और यह भरोसा भी दिलाएं कि कठिनाई के बाद जल्द ही राहत आने वाली है।

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