इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हो रहे आतंकी हमले और कबिलाई इलाकों में संघर्ष को देखते हुए वहां बड़ी विकट स्थिति हो गई है। बलूचिस्तान सरकार ने क्षेत्र की स्थिति को गंभीर बताते हुए बलुचिस्तान को युद्ध क्षेत्र घोषित करने की मांग करते हुए व्यापक अधिकार देने की मांग की है। आए दिन होने वाली आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए सरकार ने व्यापक अधिकार मांगे हैं। बलूचिस्तान के गृह सचिव मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्रशासन के पास इन घटनाओं से निपटने के लिए कोई कानूनी अधिकार नहीं है। इस वजह से यह इलाका युद्ध क्षेत्र बन गया है।
बलूचिस्तान को 1958 से पहले मिली फ्रं टियर क्राइम रेगुलेशन के तहत मिले अधिकार वापस मिलने चाहिए ताकि वो इस इलाके में होने वाली आतंकी घटनाओं से निपट सकें। बलुचिस्तान नेशनल पार्टी के सीनेटर जहनजेब जमालदिनी ने कहा कि संघीय और प्रांतीय सरकार इलाके में होने वाली आतंकी घटनाओं को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। क्वेटा के सिविल अस्पताल में हुए आत्मघाती हमले में जमालदिनी के बेटे की भी मौत हो गई थी। इस हमले में 70 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद से ही बलूचिस्तान को युद्ध क्षेत्र घोषित करने की मांग करते हुए व्यापक अधिकार मांगे जा रहे हैं।

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