जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में तेल, गैस के अतिरिक्त पोटाश और सिल्वर जैसे खनिजों के बड़े भण्डार मिलने से हिन्दी सिनेमा के लोकप्रिय गीत ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे-मोती…‘ की कल्पना साकार हुई है। इन खनिजों के उत्पादन से यहां कई प्रकार के नए उद्योग-धंधों के विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासियों को प्रदेश में उपजे इन अवसरों का भरपूर लाभ लेना चाहिए।
गहलोत शनिवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में राजस्थान फाउंडेशन और राजस्थान संघ, तिरुवनंतपुरम द्वारा आयोजित प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने फूड प्रोसेसिंग सहित अनेक एमएसएमई उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए फेसिलिटेशन एक्ट, नई औद्योगिक नीतियां और ‘वन स्टॉप शॉप‘ जैसी सुविधाएं शुरू की हैं, जिससे उद्यमियों के लिए अधिक सकारात्मक माहौल बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कई शैक्षणिक एवं औद्योगिक संस्थानों के साथ-साथ आधारभूत विकास के बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इनके चलते आने वाले समय में राजस्थान की सूरत एकदम बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य के महत्वपूर्ण राजमार्गों के आस-पास औद्योगिक क्षेत्र तथा अन्य गतिविधियां शुरू करने और विभिन्न संभागों में कच्चे माल की उपलब्धता के अनुसार कलस्टर विकसित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने के लिए 15 नए औद्योगिक क्षेत्र शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने संवाद कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों पर विचार कर समुचित क्रियान्विति करने का विश्वास दिलाया।
गहलोत ने कहा कि हमारे प्रवासी देश और दुनिया में जहां-जहां भी हैं, हम वहां जाएंगे तथा उनके साथ संवाद स्थापित करेंगे। कोविड-19 महामारी के दौर में दूसरी जगहों पर बसे जिन लोगों को तकलीफें हुई हैं और आने वाले वक्त में उन्हें राजस्थान आने पर क्या-क्या सुविधाएं दी जा सकती हैं, इसका पूरा ध्यान राजस्थान फाउंडेशन के द्वारा रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर फाउण्डेशन के चैप्टर नहीं हैं, वहां नए चैप्टर खोलकर गतिविधियां शुरू की जाएंगी। साथ ही, जहां पहले से फाउण्डेशन की मौजूदगी है, वहां इसकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को अपने गृह प्रदेश में आकर कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें पूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हम उद्यम स्थापना और निवेश से इतर सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवहार के तहत केरल सहित देश के दूसरे राज्यों अथवा विदेशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों के साथ संपर्क-संवाद लगातार जारी रखेंगे और हरसंभव मदद करेंगे। इसके लिए प्रदेश में जिला स्तर पर ‘नॉन-रेजिडेन्ट राजस्थान सेल‘ भी स्थापित की जाएंगी। साथ ही, राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर प्रवासियों के लिए विशेष ‘ग्रीवेन्स रीड्रेसल विण्डो‘ के माध्यम से उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाएगा।

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