जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने प्रतिपक्ष के पुरजोर विरोध की वजह से अपना काला कानून प्रवर समिति को सौंपने का फैसला किया है। यह विपक्ष और प्रदेश की जनता की पहली जीत है, लेकिन पूरी जीत तब होगी जब सरकार इस अलोकतांत्रिक काला कानून का वापस लेगी। डूडी ने कहा कि विपक्ष सदन से सड़क तक इस काले कानून को वापस लेने के लिए सरकार को बाध्य करेगा। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि पिछले कई दिन से मुख्यमंत्री और उनकी पूरी सरकार तथा भाजपा इस काले कानून को लोकसेवकों के हित में बताते हुए हठधर्मिता अपना रहे थे, जबकि यह कानून लोकसेवकों को बंधक बनाने का प्रयास था और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का सरकार का एक बड़ा खेल था। लेकिन प्रतिपक्ष और मीडिया की सजगता के कारण सरकार अपने नापाक इरादों को पूरा नहीं कर सकी। डूडी ने कहा कि यह लड़ाई अभी भी जारी रहेगी और सरकार को यह काला कानून पूरी तरह वापस लेना पड़ेगा।































