जयपुर। जयपुर में किसान हुंकार रैली करके २९अक्टूबर को नई पार्टी बनाने वाले हनुमान बेनीवाल के सामने संकट खड़ा हो गया है। यह सियासी संकट भी उनके परिवार से उठा है। हनुमान बेनीवाल के सामने उनकी भतीजी ने चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। इससे हनुमान बेनीवाल के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। भतीजी डॉ. अनिता बेनीवाल ने शनिवार को प्रेसवार्ता करके कहा कि वह खींवसर सीट से चुनाव लड़ेगी। वह भाजपा से टिकट की मांग कर रही है। अगर पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेगी।
अनिता बेनीवाल ने अपने ही चाचा और विधायक हनुमान बेनीवाल के दस साल के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि दस साल में खींवसर में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। उनके पिता सरपंच रह चुके हैं और दादा रामदेव विधायक रह चुके हैं। ऐसे में उन्हें राजनीति विरासत में मिली हुई है। हनुमान बेनीवाल से उनके विचार नहीं मिलते है। उसकी राजनीति में रुचि है। खींवसर की जनता भी मुझे चुनाव लडऩे के लिए कह रही है। ऐसे में मैंने भाजपा से टिकट मांगा है। अगर वहां से टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेगी।