जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की भयावह दूसरी लहर से मुकाबले और तीसरी लहर की आशंका के चलते राज्य सरकार पंचायत स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के संकल्प को मूर्त रूप देने मेंं भामाशाहों और उद्योगपतियों का सहयोग महत्वपूर्ण है।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश के पांच जिलों (बाड़मेर, जैसलमेर, जयपुर, भीलवाड़ा और उदयपुर) में ऑक्सीजन प्लांट और अन्य चिकित्सा सुविधाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यकम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीएचसी और सीएचसी स्तर तक आवश्यक मेडिकल उपकरणों और सुविधाओं के विस्तार में मिल रहे सहयोग से मानवता की सेवा की हमारी प्रतिबद्धता और मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वव्यापी कोविड महामारी के खिलाफ पिछले डेढ़ साल से हर स्तर पर जंग लड़ी जा रही है, जिसमें समाज के सभी वर्ग भागीदार हैं। राज्य सरकार संक्रमण के प्रसार को रोकने और मरीजों के इलाज के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और उसमें स्थानीय भामाशाहों, उद्यमियों तथा आम नागरिकों का भी साथ मिला है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया में लोगोें की मानसिकता को बदल दिया है। इस दौर में मानवता ही हम सभी का धर्म है। एक-दूसरे से सहयोग और पीड़ित मानवता की सेवा की भावना से ही इस जंग को जीता जा सकेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकारें मिलकर इस लड़ाई से बेहतर मुकाबला कर सकती हैं।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से मुकाबले के लिए लगभग 400 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को चिन्हित कर उनमें स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। इन चिकित्सा केन्द्रों में आईसीयू एवं ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन प्लांट तथा पाइपलाइन से ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था आदि सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत बच्चों में संक्रमण को रोकने और उनके इलाज के लिए भी आवश्यक सुविधाएं जुटाई जा रही हैं।
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि खांसी एवं जुकाम के लक्षण वाले रोगियों के घर-घर व्यापक सर्वे ने महामारी की दूसरी घातक लहर से प्रदेशवासियों को बचाने में कारगर भूमिका निभाई है। इसके जरिए गांव-ढाणी तक बसे लाखों परिवारों को दवा किट पहुंचाए गए और ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित किया गया है।
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दूसरी लहर में कोरोना प्रोटोकॉल की पालना के लिए लगातार सख्त निर्णय किए। लोगों ने भी आगे बढ़कर कोविड अनुशासन को अपनाया, जिससे संक्रमण की चेन तोड़ने में हम कामयाब हुए हैं।
विधायक अमीन खान, मेवाराम जैन, मदन प्रजापत एवं रूपाराम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार के कोरोना प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान कोविड के खिलाफ लड़ाई में हर पायदान पर आगे खड़ा है।
उन्होंने कहा कि भामाशाहों ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को चिकित्सा सुविधाएं, आवश्यक मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराने तथा भोजन व्यवस्था आदि में यथासंभव सहयोग किया है। स्थापित किए जा रहे ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों के कारण बाड़मेर एवं जैसलमेर जिले के अस्पताल ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर हो सकेंगेे।
वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आह्वान पर राजस्थान का हर वर्ग एवं तबका सरकार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में उनका समूह राज्य सरकार को हर आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जयपुर सिटीजन फोरम (जेसीएफ) के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि ऑक्सीजन के संकट को देखते हुए तुर्की से एयर लिफ्ट कर ऑक्सीजन प्लांट जयपुरिया अस्पताल में स्थापित किया गया है। उन्होंने जेसीएफ संगठन द्वारा रक्तदान तथा अंगदान को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।