नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने रविवार को एक बार फिर कश्मीर को लेकर अपना राग अलाप दिया। कश्मीर को लेकर इस बार पाकिस्तानी शरीफ ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक विवादित मुद्दा है। इस मुद्दे को हल किए बिना कश्मीर लोगों की समृद्धि और शांति की बात बेमानी है। कश्मीर एकजुटता दिवस पर इस्लामाबाद में बोलते हुए शरीफ ने कहा कि कश्मीर मुद्दा विभाजन का एक अधूरा एजेंडा है और यूनओ में सबसे पुराना है। भारत विगत सात दशकों से कश्मीर के लोगों के आत्म निर्णय के अधिकार को भारत नकारता रहा है। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तानी आवाम आज इस दिवस को मनाने के लिए अपने कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ एकजुट है। जो कश्मीरी भाईयों के मानवाधिकारों विशेषतौर पर यूएनओ के कई प्रस्तावों के माध्यम से आत्म निर्णय के अधिकार का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि भारत की ज्यादतियां कश्मीरी लोगों को उनकी आजादी के लक्ष्य से रोक पाने में विफल हुई है। इस दौरान शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया कि वह कश्मीर में भरातीय सुरक्षा बलों द्वारा किए गए मानवाधिकारों के उल्लंघन को समाप्त करने के मामले में अपनी आवाज पूरजोर तरीके से उठाए। यूएनओ के प्रस्तावों के अनुसार इसे हल किए बिना वहां शातिं स्थापित नहीं हो सकती। शरीफ ने भारत से गुहार लगाई कि कश्मीर में खूनखराबा रोके और यूनएओ की देखरेख में जनमत संग्रह के लिए स्वीकृति दें।

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