सिरसा । सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में हरियाणा एवं पंजाब उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद शुरू हुआ सर्च आप्रेशन अब खत्म हो चुका है और महज औपचारिकताएं ही बाकी रह गई है।सर्च आप्रेशन खत्म होने के बाद लोगों में ये आम चर्चा चल रही है कि डेरा और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच केवल एक फ्रेडली मैंच खेला जा रहा है और जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा था क्योकि डेरा से पहले ही आपतिजनक सामान बाहर निकाला जा चुका है।

ये चर्चाएं इसलिए भी हो रही है क्योकि डेरा की ओर से 31 अगस्त तक भारी वाहनों में सामान लादकर राजस्थान की ओर भेजे जाने की खबरें आसपास के गांववाले दे रहे थे। अब तो केवल अगर कोई गुजाईश डेरा में सर्च आप्रेशन की रह गई है तो वो केवल यही है कि डेरा प्रमुख की गुफा से साध्वियों के कमरों तक और लड़कियों के हॉस्टल तक जाने वाले रास्ते की पूरी जानकारी हासिल करना है।सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि प्रशासनिक अधिकारी डेरामुखी की गुफा के रहस्य से पूरी तरह से पर्दा उठाना चाहते है और उसे लेकर ही मंथन कर रहे है।

दरअसल शनिवार को हुई छानबीन के दौरान बाबा 12 एकड़ में बनी गुफा के अंदर एक सीक्रेट गुफा भी प्रशासनिक अधिकारियों को नजर आई थी, इस गुफा का राज खोलने के लिए प्रशासनिक अधिकारी अब आपस में विचार-विमर्श करने में जुटे हुए है। शायद यही कारण है कि सिरसा शहर में डेरा सच्चा सौदा के सर्च आप्रेशन के99 प्रतिशत पूरा हो जाने के बाद भी सिक्योरिटी ज्यो की त्यो खड़ी हुई है।कोर्ट के आदेशों के बाद सिरसा आएं कोर्ट कमीशनर एके पंवार की अगुवाई में शुरू हुआ सर्च आप्रेशन करीब 48 घंटे तक सुचारू रूप से चला और डेरा के कोने-कोने तक सर्च आप्रेशन के लिए टीमें पहुंची।

डेरा के सर्च आप्रेशन को लेकर हांलाकि रविवार को ही हरियाणा सरकार के पीआरओ सतीश मेेहरा ने ये स्पष्ट कर दिया था कि 99 प्रतिशत सर्च अभियान पूरा हो चुका है और हो सकता है कि एक बार और कोर्ट कमीशनर डेरा में जाएं। सतीश मेहरा ने ये भी बताया कि सर्च आप्रेशन पूरा होने के कारण ही डेरा की ओर स्थित गांवों में लगे कफर्यू में तीन घंटों की ढ़ील दी गई है। उन्होने बताया कि इंटरनैट की बहाली भी जल्द ही कर दी जाएगी और बाकी सारी बातों का खुलासा खुद कोर्ट कमीशनर ही करेगें। डेरा में चले सर्च आप्रेशन के दौरान जो कुछ भी सामने आया है उसे लेकर डेरा सच्चा सौदा और उसके प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर किन- किन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

डेरा में नियमों को ताक पर रख कर होता था गर्भपात डेरा सच्चा सौदा में चले सर्च आप्रेशन के दौरान जहां ये पता चला है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रबंधकों ने कई तरह का आपतिजनक सामान डेरा से पहले ही बाहर निकाल दिया था लेकिन उसके बावजूद भी कुछ ना कुछ सामान सर्च आप्रेशन के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों को डेरा सच्चा सौदा से अवश्य मिला है। हांलाकि माना ये जा रहा था कि डेरा में सर्च आप्रेशन अगर समय रहते किया गया होता तो डेरा से बहुत कुछ हैरानी कर देने वाला सामान सामने आता लेकिन डेरा के सर्च आप्रेशन में हुई देरी के कारण सरकार के हाथ भी खाली रहे और सरकार को फजीहत भी करवानी पड़ी। सर्च आप्रेशन के दौरान जब अधिकारियों की टीम डेरा के अस्पताल में पहुंची तो ये खुलासा हुआ कि डेरामुखी ना केवल डेरा परिसर में साध्वियों का यौन शोषण किया करता था बल्कि उसके बनाए गए अस्पताल में नियमों को ताक पर रखकर गर्भपात भी किया जाता था।

जांच टीम जब डेरा के सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में पहुंची और वहां का रिकार्ड खंगाला तो ये पता चला कि ना केवल डेरा में गर्भपात नियमों को ताक पर रखकर किया जाता था बल्कि जो स्कीन बैक डेरा में बनाया गया था,उसका भी कोई लांइसैंस नही था। प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा ने स्कीन बैंक को सील कर दिया है और ये भी बताया कि डेरा का अस्पताल मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेसी एक्ट की पूरी तरह से पालना नही कर रहा था और अगर करता भी हो तो भी गर्भपात करना पाप है। यहां ये गौरतलब है कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम खुद अपने प्रवचनों में ये कहा करता था कि गर्भपात महापाप है और उसके बाद अब जब डेरा की असलियत सामने आ रही है तो ये पता चल रहा है कि डेरा के ही अस्पताल में गर्भपात हो रहा है।

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