ये न्याय की लड़ाई है, कानून की लड़ाई नहीं : तिवाड़ी
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सीकर। दीनदयाल वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी लोकसंग्रह अभियान के तहत आज सीकर ज़िले के शाकंभरी माताजी मंदिर में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि सीकर ने आज़ादी से पहले और बाद में राष्ट्रीय आंदोलनों और राष्ट्रीय राजनीती में बहुत बड़ी भूमिका निभाई हैए सीकर ने भैरोंसिंह शेखावत जैसे नेता दिए जो उप राष्ट्रपति पद पर बैठे। सीकर ने जनसंघए जनता पार्टी और भाजपा को खड़ा करने में भूमिका निभायी। सीकर के रामलीला मैदान में हमने पहला भाजपा का प्रदेश अधिवेशन करवाया था और अब 3 महीने की यात्रा का समापन नवम्बर में सीकर के रामलीला मैदान में करेंगें।

राजस्थान में वर्तमान सरकार ने जातियों को आपस में लड़वाने का काम किया है। आरक्षण के नाम पर पहले भी गुर्जर समाज के 72 लोगों का बलिदान इस सरकार ने लिया है और आज तक उन्हें कुछ नहीं दिया अब फिर से उन्हें झूठे वादे कर बहलाया जा रहा है दूसरी बात जातियों को आपस में लड़वाने का काम इस सरकार ने किया है और जातियों के नेतृत्व को दबा दिया गया है अब जातियों में कोई नेतृत्व नहीं रह गया हैए जो उनके पक्ष को सरकार के सामने मज़बूती से रख सके। आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आज जातीयों को लड़वाया जा रहा है। उनकी जातीय लड़ाई खत्म करने के आरक्षण को सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय बनाया जाए। इस संबंध में उन्होंने आरक्षण में मेरी भूमिका नामक किताब भी लिखी है। वाहिनी द्वारा बेरोजगार नौजवान के लिए रोकी गई भर्तियां भी एक साल में पूरी की जाएगी।

-ऊर्जा स्वतंत्रता देंगें राजस्थान को
आज हम बिजली के ग़ुलाम हैंए इसके बिना न तो हमारी फ़ैक्टरी चलती और न ही खेती होतीए ऊर्जा के केंद्रीकरण से राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी ख़तरा है। राजस्थान में सूर्य देव की कृपा है हम चाहें तो हर घर में फ़्री बिजली उपलब्ध की जा सकती है और वाहिनी ऊर्जा स्वतंत्रता के मुद्दे पर काम करेगी और राजस्थान के किसान और आमजन को बिजली की मार से मुक्त करवाएगी। ये लोग समझौता करते हैं अडानी.अम्बानी से और हम कहते हैं कि जो ज़मीन किसान की है उसके लिए किसानों के साथ साझेदारी करनी चाहिए और उसे लाभ देना चाहिए। बिजली से तो राजस्थान के किसान की कमाई भी हो सकती थी लेकिन इनको तो उन कोरपोरटेस से ही फ़ायदा मिलता है हम किसानों से कैसे मिलता।

-किसान कभी क़र्ज़दार नहीं बने
किसानों की पीड़ा को उजागर करते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर हमने चुनाव लड़ा और जीते तो किसानों का सारा कर्जा माफ किया जाएगा व जिस प्रकार सरकार कोरपोरटेस को प्रोत्साहन राशि देती है वैसे ही किसान को भी हर वर्ष प्रोत्साहन राशि मिले ताकि किसान को आत्महत्या करने की नौबत ना आए।

-तीन सूत्रीय एजेंडा
पहले नोटिस दे कर दबाव बनाओ नहीं पार पड़े तो दूसरा झूठे आरोप लगवाओ, पर जिसने आरोप लगा, उसपर दस करोड़ का मानहानि का दावा ठोक दिया तो बाकि सब भी चुप बैठ गए. तीसरा फिर इनकम टैक्स, इन सब में झूठी शिकायतें कर जांच करवाओ लेकिन कुछ नहीं हुआ। हम इनके दबावों से न पहले झुके हैं न आगे झुकेंगें और राजस्थान को लुटेरों से मुक्त कराएँगें राजस्थान से भ्रष्टाचार हटाओ वसुंधरा भगाओ के मुद्दे पर काम करेंगें।
मैंने चुनाव से पहले बोल दिया था कि मुझे इनके नेतृत्व में मंत्री नहीं बनना। 4 साल में पूरे राजस्थान ने भी इनकी विफलता का हाल देख लिया है। केंद्र ने मुझे नोटिस भेजा और बोला कि 10 दिन में ज़वाब दो वरना कार्रवाही करेंगेंए मैंने ऐसा जवाब दिया कि अगर अब 6 महीने हो गए लेकिन कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे क्योंकि जो जवाब मैंने दिया उसके अनुसार तो पहले उन्हें मुख्यमंत्री को हटाना पड़ेगा जो रोज़ अनुशासनहीनता करती हैए और आप कहते हैं कि उनके नेतृत्व में चुनाव होगा तो फिर उन्हें राजस्थान की जनता ही बाहर का रास्ता दिखाएगी।
इस अवसर पर सीकर वाहिनी अध्यक्ष दिनेश गुर्जरए प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक यादवए प्रभु कुमावतए सूरज मल चेजराए अर्जुन झाझुकाए नीम का थाना से विजय शर्माए दांतारामगढ़ से महावीर कुमावत तथा सीकर की विभिन्न पंचायत से सरपंच और पंचायत समिति सदस्य मौजूद रहे।

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