Ram Rahim's alleged daughter Honeypreet can surrender?

चंडीगढ़। पिछले लगभग सवा महीने से फरार बाबा राम रहीम की कथित बेटी हनीप्रीत सरेंडर करना चाहती है। पुलिस और प्रशासन हनीप्रीत को ढूंढने के लिए दिन-रात एक किए हुए है मगर वह अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आई और उसने मीडिया के सामने अपनी सफाई पेश की है और कहा है कि वह सरेंडर करना चाहती है। अगर वह सरेंडर करती है तो यह पुलिस और प्रशासन की बड़ी जीत होगी क्योंकि हनीप्रीत ही वह शख्स है जो राम रहीम के सबसे ज्यादा करीब है और उसके सारे राज जानती है उसके सरेंडर करने से राम रहीम से संबंधित और भी कई राज खुलने की संभावना है। गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने हनीप्रीत इंसा की अग्रिम जमानत ठुकराते हुए उसे सरेंडर करने की नसीहत दी थी. उम्मीद है कि आज हनीप्रीत पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी लगा सकती है या सरेंडर कर सकती है. इस दौरान एसआईटी भी उसे गिरफ्तार करने की जुगत में रहेगी। पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने कहा कि पुलिस के पास हनीप्रीत के सरेंडर से संबंधित कोई सूचना नहीं है। चैनल के माध्यम से पता चला है कि वह पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सरेंडर करना चाहती है।

यदि ऐसी कोई याचिका कोर्ट में दायर की जाती है, तो पुलिस अपना पक्ष रखेगी। फिलहाल हम अपने इनपुट पर काम कर रहे हैं।उधर, पंचकूला की सड़कों पर हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत को ढूंढने के लिए नाकेबंदी शुरू कर दी है. हर जगह बैरिकेटिंग लगाए गए हैं. गाड़ियों को रुकवाकर उनकी तलाश ली जा रही है. आजतक पर हनीप्रीत को देखे जाने के बाद हरियाणा पुलिस हरकत में आ गई है. उनका कहना है कि हनीप्रीत पंचकूला में हो सकती है. उसकी जोरों पर तलाश की जा रही है। दिल्ली हाईकोर्ट तो हनीप्रीत को आइना दिखा चुकी है. नसीहत के तौर पर उसे वॉर्निंग दे चुकी है. लेकिन हकीकत समझने के बाद भी हनीप्रीत अबतक लापता है. दिल्ली हाईकोर्ट की नसीहत के बाद से कल तक तो छुट्टियों की वजह से कोर्ट बंद था. लेकिन हनीप्रीत आज क्या करेगी. हनीप्रीत आज पंचकूला कोर्ट या फिर हरियाणा हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की गुहार लगा सकती है। देशद्रोह की आरोपी हनीप्रीत ने अपने बचाव के लिए एक दांव दिल्ली में चला था. दिल्ली से कोई ताल्लुक ना होने के बावजूद 26 सितंबर को हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में ट्रांजिट अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी. हरियाणा में अपनी जान को खतरा बताते हुए वकील के जरिए ये दांव चला था. लेकिन कानून की आंखों में धूल नहीं झोंक सकी. जस्टिस संगीता ढींगड़ा ने अर्जी खारिज कर दी। बेल पिटीशन दिल्ली में इसलिए दायर की गई क्योंकि पिटीशनर पंचकूला कोर्ट में चल रही प्रॉसेस को डिले करना चाहती है. वो खुद के लिए वक्त चाह रही है. लेकिन यहां से उसे राहत मिलने वाली नहीं. वो हरियाणा की परमानेंट रेजीडेंट है, वहीं जाएं. उसके लिए सबसे अच्छा तो यही है कि वो सरेंडर कर दे. इसके बाद हनीप्रीत के सामने तस्वीर साफ हो चुकी थी. लेकिन फिर दशहरा और मुहर्रम की छुट्टियां हो गईं थी। छुट्टियों के बाद आज कोर्ट खुल रही है. हनीप्रीत के परिवार वाले भी उससे यही गुहार लगा रहे हैं कि वो सरेंडर कर दे और दुनिया को सच बताए. हनीप्रीत भी अबतक ये समझ चुकी है कि कानून से आंख-मिचौली तो हो सकती है. लेकिन कानून से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. खुद हनीप्रीत के वकील प्रदीप आर्या ने भी हाईकोर्ट में कहा था कि यदि कोर्ट इजाजत दे तो वो उसे 2 घंटे में पेश कर सकते हैं।

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