Padmavati

अहमदाबाद। आगामी फिल्म ‘पद्मावती’ के विरोध में ‘करणी सेना’ के तत्वाधान में राजपूत समुदाय के सदस्यों ने आज गांधीनगर में व्यापक विरोध प्रदर्शन किए और फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की। जहां समुदाय के एक लाख से ज्यादा लोग गांधीनगर में एक व्यापक सभा में जमा हुए, वहीं हजारों ने सूरत में विरोध प्रदर्शन रैली निकाली और संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की। दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे कलाकारों से सजी फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होगी।

करणी सेना की गुजरात इकाई के प्रमुख मानसिंह राठौड़ के अनुसार भंसाली ने ‘‘फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि फिल्म में सपने का एक दृश्य है जिसमें रानी पद्मावती को अलाउद्दीन खिलजी के साथ रोमांस करते दिखाया गया है। हम अपनी रानी को इस तरह जघन्य रूप में दिखाने की निंदा करते हैं। करणी सेना इस तरह की फिल्म को कभी भी सिनेमाघर में पहुंचने नहीं देगी।’’ राठौड़ ने कहा कि ना केवल गुजरात बल्कि देश में कही भी फिल्म रिलीज नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अपनी मांगें उठाने के लिए करणी सेना एवं दूसरे राजपूत एवं हिंदू संगठनों ने गांधीनगर में एक सभा बुलायी है। हमने सूरत में भी एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। हम साफ साफ चेतावनी देते हैं कि अगर फिल्म एक दिसंबर को रिलीज हुई तो हिंसक प्रदर्शन होंगे और कानून व्यवस्था के लिए सरकार जिम्मेदार होगी।’’

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