जयपुर। राजस्थान विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण की बहस के दौरान गुरूवार को राजस्थान में बजरी खनन मुद्दा छाया रहा। इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल और राजपा विधायक डॉ. किरोडी लाल मीणा के बीच जम कर तकरार भी हो गई। प्रश्नकाल के दौरान इस मामले पर चली चर्चा के दौरान किरोडी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन की सरपस्ती में प्रदेश में अवैध तरीके से खनन हो रहा है। बजरी खानों की नीलाम हुए अर्सा हो गया, लेकिन अभी तक लीज एग्रीमेंट नहीं हो पाए। मामले में उग्र बहस होने पर विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने इस मुद्दे पर किरोडी लाल मीणा को धोखेबाजों का मास्टर बताते हुए कहा कि मैं आपको जानता है कि आप अखबारों की सुर्खियों में आने के लिए ऐसा करते हैं। इस पर किरोडी लाल मीणा ने भी आसन पर भ्रष्ट सरकार को बचाने का आरोप जड़ दिया। मीणा ने कहा कि वर्ष 2013 में 109 बजरी खानों की नीलामी हुई थी, लेकिन अभी तक एग्रीमेंट नहीं हुआ। इन्हें पर्यावरणीय स्वीकृति भी नहीं मिली है। बिना स्वीकृति के अवैध खनन हो रहा है। यह सब सरकार, प्रशासन और ठेकेदारों की मिलीभगत से चल रहा है। किरोड़ी ने यह भी आरोप लगाया कि अवैध बजरी खनन से पांच साल के दौरान करीब सरकार को पचास हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। दूसरे सदस्यों ने भी बजरी खनन मुद्दे पर अपने विचार रखे।

1 COMMENT

  1. Very good News
    इसी तऱह सरकार की और सदन की सारी जानकरी जनता को देते रहे।
    Thanks
    जनप्रहरी एक्सप्रेस
    राकेश जी और टीम को धन्यवाद ।

LEAVE A REPLY