नई दिल्ली। देश में अभी लोकसभा चुनाव तो एक साथ हो रहे हैं, लेकिन राज्यों के विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय होते हैं। इससे अनावश्यक वित्तीय भार होता है, बल्कि समय और पैसे भी भारी बर्बादी भी होती है। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पीएम नरेन्द्र मोदी भी इस पर राय जाहिर कर चुके हैं कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए। इससे हजारों करोड़ों रुपए की बर्बादी रुकेंगी। अब नीति आयोग ने भी सुझाव दिया है कि राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ करवाए जाएं। आयोग ने सुझाव दिया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव कराए जाएं। हालांकि इस प्रस्ताव को मंजूर करने से कुछ राज्यों के विधानसभा कार्यकाल में कटौती या बढ़ोतरी हो सकती है। नीति आयोग ने केन्द्रीय चुनाव आयोग को इस सुझाव पर गौर करने को कहा है और इस संबंध में रोडमैप तैयार करने का सुझाव दिया है। नीति आयोग की हाल ही हुई बैठक में भी इस मसले को रखा गया था। सभी मुख्यमंत्रियों ने भी इस पर सहमति जताई है।

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