नई दिल्ली। देश में आए बर्फीले तूफान के बाद पाकिस्तान-अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाके में भी अब इसकी दस्तक देखने को मिली है। पाकिस्तान-अफागानिस्तान की सीमा से सटे इलाके में आए बर्फीले तूफान की चपेट में आने से 100 से भी अधिक लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें तो अफगानिस्तान के एक गांव में देखने को मिली। जहां 50 लोगों की मौत हो गई। जबकि पाकिस्तान के चितराल इलाके में 25 घर तो बर्फ के नीचे ही दब गए। जिससे वहां रहने वाले 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं जबरदस्त बर्फबारी होने से इस सीमा से जुड़े इलाकों में एवलॉच का खतरा बढ़ गया है। एवलॉच होने से बर्फ की मोटी परत आबादी वाले इलाकों पर गिर रही है। जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अफगानिस्तान के आपदा प्रबंधन मंत्री उमर मुहम्मदी के अनुसार बर्फीले तूफान ने जनजीवन पर खासा असर डाला है। देश के 34 प्रांतो में से 22 प्रांत तो ऐसे हैं। जहां बर्फीले तूफान का कहर देखने को मिल रहा है। इन प्रांतों में भारी बर्फबारी देखने को मिली है। अफगानिस्तार में बर्फीले तूफान के चलते मौत का आंकड़ा 54 तक पहुंच गया है। वहीं करीब 600 मवेशियों को काल का ग्रास बनना पड़ा। सबसे ज्यादा स्थिति पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में देखने को मिल रही है। इन इलाकों में मौतों का आंकड़ा बढऩे की संभवना जताई जा रही है। वहीं पाकिस्तान में तो सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को लेकर अभियान छेड़ दिया है। चितराल के साथ पेशावर व आस-पास के आबादी वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। उधर चंडीगढ़ स्थित निगरानी केन्द्र ने अलर्ट जारी किया है कि कश्मीर का इलाका एक बार फिर बर्फीले तूफान की चपेट में आ सकता है। गौरतलब है कि हाल ही जम्मू कश्मीर में बर्फीले तूफान के बाद हुई भयंकर बर्फबारी में सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं आमजन को इससे खासी परेशानी झेलनी पड़ी थी। ऐसे में एक बार फिर बर्फीले तूफान की आहट होने से प्रशासन की सांसें फूल गई है। स्थिति से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर सरकार ने अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। वहीं लोगों को सुरक्षित स्थानों की शरण लेने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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