नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सार्वजिनक बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व दूसरे सहयोगी बैंकों का विलय फिलहाल टल गया है। 8 नवम्बर को नोटबंदी के चलते बैंकों के विलय को विराम लग गया है। एसबीआई बैंक की चीफ अरुंधति भट्टाचार्य ने माना कि नोटबंदी के कारण एसबीआई और पांच एसोसिएट बैंकों का मर्ज एक तिमाही के लिए टाला जाएगा। एसबीआई ने अपने पांच एसोसिएट बैंकों को मार्च 2017 तक अपने साथ मर्ज करने की घोषणा की थी। विलय के बाद इनका एक ग्लोबल बैंक बनना है, जिससे वे अन्य बड़े बैंकों को टक्कर दे सके। भट्टाचार्य ने बताया कि मर्ज के एक तिमाही तक टलने की संभावना है। देरी का कारण सरकार की ओर से मर्ज नोटिफि केशन जारी न करना है। हमें अभी तक सरकार से मंजूरी नहीं मिली है। वैसे भी सालाना क्लोजिंग के समय कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। हम पहले क्लोजिंग करना चाहते हैं और उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे। गौरतलब है कि 24 नवंबर को भट्टाचार्य ने कहा था कि एसोसिएट बैंकों के मर्ज का काम पटरी पर है और डीमॉनेटाइजेशन के कदम से इस पर असर नहीं पड़ेगा।

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