– संगठन ने विधानसभा चुनाव से आठ महीने पहले बड़ा बदलाव कर चौंकाया
जयपुर. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से आठ महीने पहले राजस्थान संगठन में बड़ा बदलाव कर चौंकाया है। सतीश पूनिया की जगह चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी (चंद्र प्रकाश जोशी) को बीजेपी का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। पूनिया करीब साढ़े तीन साल तक इस पर रहे। माना जा रहा था कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव तक पूनिया ही प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। उधर, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद सीपी जोशी ने खुद को किसी भी गुट में होने से इनकार करते हुए सबको साथ लेकर चलने की बात कही है। जोशी ने गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा। प्रभारी अरुण सिंह से मुलाकात के बाद दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा मैं कार्यकर्ता बनकर काम करूंगा। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं, मेरे चयन का आधार भी यही नजर आता है। मैं किसी गुट का नहीं, मैं भारतीय जनता पार्टी का हूं। अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है, लेकिन मैं कार्यकर्ता के नाते कोशिश करूंगा कि सभी का मार्गदर्शन लेकर, सबका समन्वय बनाकर हम कैसे 2023 और 2024 में पार्टी को प्रचंड बहुमत दिला सकें, इसके लिए प्रयास करेंगे। गुटबाजी और चार साल में सरकार को नहीं घेर पाने के सवाल पर जोशी ने कहा, बीजेपी विशाल परिवार है। वरिष्ठ और अनुभवी लोगों का मार्गदर्शन लेंगे।
– जनआक्रोश यात्रा सबसे बड़ी राजनीतिक यात्रा
सांसद सीपी जोशी ने कहा, राजस्थान के इतिहास में जनआक्रोश यात्रा सबसे बड़ी राजनीतिक यात्रा थी। हमारे सभी नेता गांव गांव तक गए। सरकार के खिलाफ हजारों शिकायतें मिलीं। उन्होंने कहा रीट से लेकर कई मुद्दों पर गहलोत सरकार को बीजेपी ने ही नहीं उनकी पार्टी के लोगों तक ने घेरा है। सरकार को उनके विधायक ही घेर रहे हैं। सीएम सलाहकार तक सदन में कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार है। कांग्रेस के विधायक कह रहे हैं, सरकार वादे नहीं निभा रही है। एबीवीपी से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले सीपी जोशी संघ के नजदीक माने जाते हैं। सतीश पूनिया भी आरएसएस बैकग्राउंड से ही आते हैं, अब उनकी जगह उन्हीं जैसे सियासी बैकग्राउंड के नेता को राजस्थान में संगठन की जिम्मेदारी दी गई है। 58 साल के पूनिया के मुकाबले जोशी (47) यंग भी हैं। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की ओर से जोशी की नियुक्ति संबंधी पत्र जारी किया गया।
बताया जा रहा है कि पूनिया को अब राष्ट्रीय संगठन में जगह मिल सकती है। अब नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति भी जल्द होने के आसार हैं। गुलाब चंद कटारिया के राज्यपाल बनाए जाने के बाद से यह पद खाली है। ऐसे में अब नेता प्रतिपक्ष गैर ब्राह्मण चेहरा होने के आसार हैं। चंद्र प्रकाश जोशी चित्तौड़गढ़ से दो बार लोकसभा पहुंचे हैं। वह पहले 2014 में फिर 2019 में इस सीट से चुनाव जीते। 2014 के आम चुनाव में उन्होंने कांग्रेसी की सीनियर नेता गिरिजा व्यास को हराया था। जोशी भाजपा के यूथ विंग, भाजयुमो के प्रदेश प्रेसिडेंट रहे हैं। वह बीजेपी राजस्थान के 15वें अध्यक्ष और 7वें ब्राह्मण अध्यक्ष बने। इससे पहले हरिशंकर भाभड़ा, भंवरलाल शर्मा, ललित किशोर चतुर्वेदी, महेश चंद्र शर्मा, रघुवीर सिंह कौशल और अरुण चतुर्वेदी ब्राह्मण प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। अध्यक्ष बदलने के बाद भाजपा के सामने अब नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन एक चुनौती होगी।

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