जयपुर। बारां जिला प्रमुख चुनाव में बहुमत होने के बाद भाजपा प्रत्याशी की हार को लेकर गठित जांच कमेटी में शामिल छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने इस्तीफा दे दिया है। सिंघवी ने अपना इस्तीफा बारां चुनाव के प्रभारी वासुदेव देवनानी, सह प्रभारी संदीप शर्मा और बारां जिलाध्यक्ष जगदीश मीणा को प्रेषित कर दिया है। पत्र में सिंघवी ने बताया कि बारां जिला प्रमुख चुनाव में एक सदस्य की क्रॉस वोटिंग से पार्टी प्रत्याशी चुनाव हार गई थी। इसके बाद सांसद कार्यालय में तोडफोड हुई। प्रभारी नेताओं व विधायकों के प्रति अपशब्द बोले गए। इस मामले की जांच के लिए भाजपा नेतृत्व ने कमेटी गठित की है, जिसमें मुझे भी शामिल किया। स्थानीय विधायक होने और कुछ कार्यकर्ताओं के बयान को देखते हुए समिति में रहना नहीं चाहता हूं। गौरतलब है कि भाजपा के एक सदस्य की क्रॉस वोटिंग के कारण बारां जिला प्रमुख चुनाव कांग्रेस की उर्मिला जैन जीत गई। उर्मिला खानमंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी है। बहुमत के बाद भी पार्टी प्रत्याशी की हार के बाद कार्यकर्ताओं ने सांसद दुष्यंत सिंह के कार्यालय में भारी तोडफ़ोड़ की। कारें तोड़ दी और नेताओं को काफी अपशब्द कहे थे।
– सांसद दुष्यंत सिंह के निवास पर पथराव दुर्भाग्यपूर्ण
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने भी सांसद दुष्यंत सिंह के निवास पर पथराव की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि इस पूरे मामले की तथ्यात्मक जानकारी मांगी गई है। इस मामले की जांच के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवल, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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