मिसेज इंडिया डॉ. अनुपमा सोनी देंगी बेटी बचाओ का संदेश
जयपुर। देश की प्रमुख हॉफ मैराथनों में से एक केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन ने सामाजिक सरोकार की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ के बाद केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन के माध्यम से बच्चों को भोजन भी मिलेगा। भोजन की व्यवस्था अक्षयपात्र फाउंडेशन के माध्यम से की जाएगी।पत्रकारों से बातचीत में केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन के संस्थापक डॉ. मनोज सोनी ने बताया कि इस साल 16 दिसंबर को केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन का तीसरा संस्करण आयोजित होने जा रहा है। हम पहले संस्करण से ही स्वस्छ भारत और बेटी बचाओ अभियान को सपोर्ट कर रहे हैं। नगर निगम हमारी मैराथन में सक्रिय सहयोगी है। डॉ. सोनी ने बताया कि हर रजिस्ट्रेशन पर अक्षयपात्र फाउंडेशन एक बच्चे को भोजन कराएगा। उन्होंने मैराथन में अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन की अपील की, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को भोजन मिल सके।
मिसेज इंडिया 2018 और केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन की रनिंग एंबेसडर डॉ. अनुपमा सोनी ने कहा कि मैराथन के माध्यम से हम बेटी बचाओ का संदेश दे रहे हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग केयर्न पिंकसिटी मैराथन में भाग लें एवं सामाजिक जिम्मेदारी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराए ।केयर्न पिंकसिटी हॉफ मैराथन के रेस डॉयरेक्टर रूप बेताला ने बताया कि तीसरे संस्करण में कई विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। आगामी एक नवंबर से सेंट्रल पार्क समेत कई दूसरे स्थानों पर फ्री ट्रेनिंग कैंप्स का आयोजन किया जाएगा। कॉरपोरेट्स के लिए विशेष फिटनेस कैंप्स की व्यवस्था की गई है। इस बार तीनों कैटेगिरी 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी में टाइम चिप से रन आयोजित होंगी। तीनों में ड्राई फिट टी-शर्ट दी जाएगी। मैडल के साथ-साथ सर्टिफिकेट एवं रिफ्रेशमेंट मिलेगा।
डॉ. मनोज सोनी ने कहा कि पिंकसिटी हॉफ मैराथन में देश-विदेश से हजारों रनर्स भाग लेते हैं। विदेशी रनर्स में खास उत्साह है। उन्होंने कहा कि आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा कोटक महिंद्रा की किसी भी ब्रांच में रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है।
रोजाना 18 लाख बच्चों को भोजन
अक्षयपात्र फाउंडेशन अपनी 40 रसोइयों के माध्यम से रोजाना देशभर में 18 लाख बच्चों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध करा रहा है। राजस्थान में अभी 2.5 लाख बच्चों को भोजन दिया जा रहा है, जिनमें 1.5 लाख बच्चे जयपुर से हैं। जयपुर के अलावा जोधपुर, भीलवाड़ा, बारां, अजमेर और नाथद्वारा में अक्षयपात्र के माध्यम से बच्चों को भोजन मिल रहा है।