नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने आज कहा कि सरकार 1975 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाये गये आपातकाल के दौरान जेल में रहने वाले लोगों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ का दर्जा दिये जाने पर विचार कर रही है। राज्य विधानसभा में भाजपा नेता एकनाथ खड़से की ओर से उठाये गये सवाल पर जवाब देते हुये फड़नवीस ने कहा कि ‘‘नए साल में कैबिनेट की पहली बैठक के दौरान प्रस्ताव के बारे में एक उचित निर्णय’’ किया जाएगा।
’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य सरकार ने इसके बारे में निर्णय करने के लिये महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले से सूचनाएं मांगी हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में ऐसे कुल छह-सात राज्य हैं, जहां इस प्रकार का निर्णय किया गया है। मैंने इस बारे में सूचनाएं मांगी हैं।’’ इससे पहले खड़से ने कहा था कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिये बिल्कुल उसी तरीके से लड़ाइयां लड़ीं, जिसे प्रकार से देश की आजादी के लिये लड़ी गयी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘वे लोकतंत्र के कम संरक्षक नहीं हैं, इसलिए उन्हें उचित रूप से सम्मानित किया जाना चाहिए।’’