जयपुर। करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी की आज जयपुर में हुई हुंकार रैली फेल हो गई है। रैली में मात्र पांच-छह सौ लोग ही पहुंचे, जबकि दावा दो लाख से अधिक लोगों के आने का किया गया था। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम के पास आयोजित इस रैली में आने वाले लोगों के लिए करीब पचास हजार कुर्सियां भी लगाई गई थी, लेकिन मात्र आगे की एक-दो लाइनों में ही लोग बैठे हुए थे। बाकी कुर्सियां खाली पड़ी हुई थी। यह नजारा देख बहुत से लोग भी वहां से खिसक गए। बीस-पच्चीस महिलाएं भी थी। मंचासीन लोकेन्द्र सिंह कालवी, करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना आदि नेताओं का जोश भी पूरी तरह ठण्डा पड़ा हुआ था। वे भी कोई भाषण देने के बजाय ये कहते रहे कि आज करवा चौथ की वजह से महिलाएं रैली में नहीं आई। पुरुष क्यों नहीं आए, यह चिंता का विषय है।
हमने आनन्दपाल एनकाउंटर, सांवराद सभा, पदमावती समेत राजपूत समाज से जुड़े हर आंदोलन में सक्रिय भाग लिया, लेकिन समाज ने साथ क्यों छोड़ा। यह चिंता का विषय है। जबकि लोगों ने कहा था कि हम रैली में आएंगे। कालवी ने अगले महीने फिर से रैली करने का वादा करते हुए कहा कि इस बार लाखों की रैली होगी। उधर, कालवी जैसे जुझारु नेता की रैली में मात्र पांच छह सौ लोगों के आने की सूचना से हर कोई स्तब्ध रह गया और कई तरह की चर्चा बाजार में हो रही है। लोगों में चर्चा है कि समाज का साथ छोडऩे और सिर्फ अपनी व अपनों की टिकट में लग जाने से राजपूत समाज में खासी नाराजगी है। इस वजह से ही लोगों ने इस रैली से दूरी बना ली। कालवी की इस रैली का बड़ा सियासी संदेश भी गया है। अंदरखाने चर्चा है कि फेल साबित हुई इस रैली से लोकेन्द्र सिंह कालवी के राजनीतिक करियर पर संकट आ सकता है। साथ ही टिकट की चाह भी इस रैली ने खत्म कर दी है। सयाने बता रहे है कि सरकार के पक्ष में यह रैली की जा रही थी, जिसे राजपूत समाज ने पसंद नहीं किया।